- स्मार्ट सिटी के तहत होना है बस शेल्टर का निर्माण

- अभी तक सिर्फ एक ही बस शेल्टर हो सका है तैयार

LUCKNOW: उम्मीद थी कि नई शहर की सरकार आने के बाद शहरवासियों को स्मार्ट बस शेल्टर की सौगात मिलेगी। एक बस शेल्टर का निर्माण होने से लोगों की उम्मीदों को बल भी मिला था, लेकिन सारी उम्मीदें धरी की धरी रह गईं। स्मार्ट बस शेल्टर निर्माण के लिए कोई एजेंसी इंटरेस्ट नहीं दिखा रही है, जिसकी वजह से निगम की ओर से फिर से टेंडर कॉल किए गए हैं। जिससे साफ है कि फिलहाल स्मार्ट बस शेल्टर के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा।

अशोक मार्ग पर एक

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत निगम की ओर से अशोक मार्ग पर राजधानी के पहले स्मार्ट बस शेल्टर का निर्माण कराया गया था। इस शेल्टर का निर्माण पूरा होने के बाद लोगों को यहां बसों की टाइमिंग के साथ-साथ मोबाइल चार्जिग समेत कई अन्य सुविधाएं भी मिलनी थीं। स्मार्ट बस शेल्टर जीपीएस से लैस भी होने थे। इसके साथ ही लोगों को शेल्टर में टॉयलेट आदि की भी सुविधा मिलनी थी। आलम यह है कि अभी तक एक भी सुविधा की शुरुआत नहीं की जा सकी है।

मिलनी थीं ये सुविधाएं

बसों की टाइमिंग के बारे में जानकारी

प्रमुख स्थानों का रूट मैप भी शो होगा

पेयजल के खास इंतजाम

टॉयलेट की व्यवस्था

बैठने के लिए आरामदायक कुर्सियां

करीब 39.84 लाख का खर्च

जानकारी के अनुसार, एक स्मार्ट बस शेल्टर को तैयार करने में करीब 39.84 लाख का खर्च आना है। ये सभी शेल्टर पीपीपी मॉडल के आधार पर तैयार किए जाने हैं। पहले चरण में करीब 50 बस शेल्टर निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अभी तक सिर्फ एक ही शेल्टर बन सका है। निगम की ओर से पहले भी टेंडर निकाले गए थे, लेकिन कोई एजेंसी आगे नहीं आई थी। इसके बाद अब फिर से बस शेल्टर निर्माण के लिए टेंडर कॉल किए गए हैं।

वर्जन

यह बात सही है कि स्मार्ट बस शेल्टर निर्माण के लिए फिर से टेंडर कॉल किए गए हैं। उम्मीद है कि इस बार एजेंसियां आगे आएंगी, जिससे शेल्टर का निर्माण कराया जा सके।

एसके जैन, जीएम, स्मार्ट सिटी लखनऊ