- सीपीसीबी की रिपोर्ट में खुलाया पॉल्यूशन फैलाने में बरेली देश में नम्बर- 3 पर

BAREILLY:

बरेली स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त करने में भले ही तीन बार से पिछड़ गया, लेकिन पॉल्यूशन फैलाने के मामले में टॉप फाइव में शामिल हो गया है। केंद्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने 3 वर्षो की निगरानी के बाद जो रिपोर्ट जारी कि है उनमें बरेली तीसरे नंबर पर है। जबकि, पहले नम्बर पर गाजियाबाद और तीसरे नंबर पर इलाहाबाद है। इन शहरों में पिछले 3 वर्षो में पार्टीकुलेट मैटर-10 तेजी से बढ़ा हैं। जो कि ह्यूमन बॉडी के लिए बेहद खतरनाक है। केंद्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने बढ़ते पीएम-10 ने निपटने के लिए 42 सूत्रीय एक्शन प्लान भी तैयार किया है।

वाहनों का धुआं पॉल्यूशन की वजह

केंद्रीय पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रिपोर्ट के मुताबिक पीएम-10 बढ़ने का प्रमुख कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रमुख हैं। इसके अलावा चिमनियों, भवन निर्माण और घास-फूस का जलाया जाना भी एक प्रमुख कारण है। आपको बता दे कि 31 मार्च 2017 के बाद बीएस-3 वाहनों की बिक्री पर रोक के आदेश के बाद बरेली में वाहनों की बिक्री खूब हुई थी, जो कि पॉल्यूशन बढ़ने का एक कारण बना है। बरेली आरटीओ में 26,547 कॉमर्शियल और 5,00269 प्राइवेट वाहन रजिस्टर्ड हैं, जिनके धुएं से सल्फर डाईऑक्साइड 150 मिलीग्राम प्रति लीटर प्रति किलोमीटर के हिसाब से निकल रहा है। यही कारण है कि बरेली में आरएसपीएम 210 और एसपीएम 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूब पहुंच गया है।

क्या है पीएम-10

पार्टिकुलेट मैटर-10 के कणों का साइज 10 माइक्रो मीटर होता है। छोटे कण का व्यास 2.5 माइक्रो मीटर या इससे भी कम होता है, जो कि ठोस या तरल रूप में एंवॉयरमेंट में होते हैं।

एक्शन प्लॉन के प्रमुख प्वॉइंट

- हरित क्षेत्र का एरिया बढ़ाया जाएगा।

- जाम और पॉल्यूशन कम करने के लिए पार्किंग नीति बनाना।

- सड़कों पर वाहनों की संख्या कम करना।

- नॉन मोटराइज्ड वाहनों का नेटवर्क कम करना।

- सकड़ों पर साइकिल और पैदल चलने वालों को बढ़ावा देना।

- जेनरेटर सेट के इस्तेमाल पर रोक।

- मोबाइल टावरों में भी बिजली के वैकल्पिक प्रबंध किए जाने पर जोर।

- सड़कों की मशीन से सफाई या झाडू से पहले पानी का छिड़काव।

धुआं का स्टैंडर्ड मानक (कार्बन मोनो आक्साइड) मिनिमम होना चाहिए।

सीएनजी वाहन 0.1 से 0.20 तक

- पेट्रोल वाहन टू व्हीलर 0.3 परसेंट।

- फोर व्हीलर 4.5 परसेंट।

वाहनों से निकलने वाला धुआं और तालाब में फैली गंदगी पॉल्यूशन बढ़ाने का एक प्रमुख कारण है। इससे बचाव का एक ही तरीका है सबको अपनी जिम्मेदारी समझते हुए प्लांटेशन करना चाहिए।

विशेष कुमार, सोशल एक्टिविस्ट

नगर निगम और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड लगातार सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के दिशा-निर्देशों को नजरअंदाज कर रहा है, जो कि पॉल्यूशन के मायने में नम्बर 3 का कारण बना है।

एडवोकेट मुहम्मद खालिद जीलानी, आरटीआई एक्टिविस्ट