- सिर्फ दो कंपनियां ही आई प्रेजेंटेशन के लिए

BAREILLY:

बरेली को स्मार्ट सिटी बनाने की के लिए दो कंपनियां ही आगे आई हैं। वेडनसडे को कमिश्नरी में दोनों कंपनियों ने बरेली को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए अपने प्रोजेक्ट्स का प्रजेंटेशन किया। माना जा रहा है कि जल्द ही इनमें से किसी एक कंपनी को शहर को स्मार्ट बनाने की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

केवल दो कंपनियां आई सामने

प्रोजेक्ट पर बिड लगाने के लिए ट्यूजडे को आखिरी दिन था। लेकिन सिर्फ दो कंपनियां श्रेई और वेपकॉस ने ही प्रोजेक्ट के लिए बिड लगाई थी। जबकि नियमानुसार कम से कम तीन बिडर्स होने चाहिए। ऐसे में वेडनसडे को सिर्फ उन दो कंपनियों का ही कमिश्नरी में प्रेजेंटेश्ान हुआ।

आखिरी दिन भी बढ़ाया 5 घंटे का समय

शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए कुछ दिन पहले कंपनियों को इनवाइट किया गया था। जो स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर 15 दिन के अंदर अपनी कंपनी की बिड लगा सकती थी। लेकिन 15 दिन में सिर्फ श्रेई और वेपकॉस ने ही बिड लगाई। नगर निगम ने आखिरी दिन भी करीब 5 घंटे का समय और बढ़ा दिया। लेकिन इसके बाद भी कोई कंपनी ने बिड नही लगाई।

कमिश्नरी में दिया प्रेजेंटेशन

स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट किसको दिया जाए इस बात का निर्णय करने के लिए वेडनसडे को कमिश्नरी में कमिश्नर डॉ। पीवी जगनमोहन की अध्यक्षता में श्रेई और वेपकॉस ने पावर प्ले के माध्यम से अपना प्रेजेंटेशन दिया। दोनों कंपनियों को एक-एक करके सभागार में बुलाया गया और उनसे उनके काम करने का तरीका पूछा गया। जिस पर उन्होंने पीपीटी के माध्यम से अधिकारियों को समझाया।

इन बिंदुओं पर रहा जोर

- पार्कों का सौंदर्यीकरण

- वाटर सप्लाई

- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट

- जरी जरदोजी

- लकड़ी बेत हैंडक्राफ्ट

- उद्योगों की स्थापना

- मल्टी स्टोरी पर्किंग

- सुदृढ़ पावर लाइनिंग व आपूर्ति

- एक्सीडेंट फ्री व्यवस्था

- शुद्ध पेयजल

- ओवर ब्रिज आदि कार्यो के बारें में बताया।

स्पीड से करना होगा काम

प्रेजेंटेशन के बाद कमिश्नर पीवी जगनमोहन ने कहा कि दोनों कंपनियों में से जो भी कंपनी सेलेक्ट होगी। उसे काम को तेजी से करना होगा। साथ ही कहा कि प्रोजेक्ट ऐसा होना चाहिए जो पूरा होने के बाद अर्निग भी कराए। बैठक में नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव, सचिव बीडीए, चीफ इंजीनियर बीडीए आदि लोग मौजूद रहे।