- 2312 करोड़ का बजट है शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए

- 50 परसेंट नगर निगम और 50 परसेंट स्टेट गवर्नमेंट को है देना

स्मार्ट सिटी में हैं 51 प्रोजेक्ट
कागजों में स्मार्ट सिटी के तहत 51 प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं। इसमें सिटी के चुने गए ए, बी व डी एरिया में 37 प्रोजेक्ट हैं, वहीं पैन एरिया के लिए 14 प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं। इनमें से 7 प्रोजेक्ट पीपीपी मॉडल के जरिए होंगे। वहीं पिछले ढाई साल में सिर्फ 3 प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार हो पाई है। इनमें पब्लिक ट्वॉयलेट, सॉलिड वेस्ट ट्रान्सफर स्टेशन एवं ओपेन जिम शामिल हैं। स्मार्ट सिटी को लेकर अब अगली बैठक फरवरी में होगी, इस बोर्ड बैठक के बाद ही कार्यो पर मुहर लगने की उम्मीद है।

5 चरणों में शहर होगा स्मार्ट
शहर को स्मार्ट बनाने के लिए पांच चरणों का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। फ‌र्स्ट फेज में रिवरफ्रंट डेवलपमेंट, स्किल डेवलपमेंट, अर्बन नोड्स डेवलपमेंट, ग्रीन एरिया और एरिया बेस्ड प्रोफाइल का विकास। सेकेंड फेज में शहर में विकास को गति दी जाएगी। थर्ड फेज में स्मार्ट सिटी ऑपरेशन सेंटर, फ्री वाई फाई हॉस्पिटल, ईसीएससी तथा डिजिटल एडवटाइजमेंट के कार्य किए जाएंगे। वहीं फोर्थ फेज और फिफ्थ फेज में यूटिलिट डक्ट को शामिल किया गया है। इसमें इलेक्ट्रिसिटी, वाटर, सीवर और टेलीकॉम सुविधाओं, ओपन जिम, गंगा रिवरफ्रंट डेवलपमेंट, कल्चरल थीम इंफ्रास्ट्रक्चर, रेडिया को हाईटेक बनाया जाएगा।

इन फैसिलिटीज से किया जाना है लैस

-सिटी में कहीं भी 45 मिनट में पहुंचने की सुविधा

-कूड़े के निस्तारण के लिए आधुनिक प्लांट

-सड़कों पर एलईडी लाइट्स और ब्यूटिफिकेशन

-रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से लैस करना

-व‌र्ल्ड क्लास ट्रांसपोर्ट सिस्टम

-स्मार्ट एजुकेशन

-एन्वॉयरमेंट फ्रैंडली माहौल

-सिक्योरिटी एंड एंटरटेनमेंट का प्रॉपर अरेंजमेंट

-24 घंटे बिजली और पानी की सप्लाई

-गवर्नमेंट व‌र्क्स के लिए सिंगल विंडो सिस्टम