- आरयू के बीटेक फाइनल ईयर के पांच स्टूडेंट्स का इनोवेटिव आइडिया

- मोबाइल से कनेक्ट होगा पूरा सिस्टम, सीसीटीवी से भी होगा लैस

बरेली : न्यू ईयर सेलिब्रेट करने शहर से बाहर जा रहे हैं तो घर की सुरक्षा की चिंता साथ ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आरयू में बीटेक फाइनल ईयर के पांच स्टूडेंट्स ने एक ऐसा स्मार्ट होम सिक्योरिटी सिस्टम तैयार किया है, जो आपके घर की सिक्योरिटी करेगा। इससे आप बाहर होने पर भी घर पर नजर रख सकते हैं। सिक्योरिटी ब्रीच होने पर यह आपको मोबाइल पर मैसेज और फोटो भेज अलर्ट भी करेगा।

ऐसे आया आइडिया

आरयू कैंपस में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर के स्टूडेंट तेज प्रताप सिंह, गौरव मिश्रा, हरवेन्द्र राजपूत, राहुल कुमार और शिवकुमार केसरी ने बताया कि वे जब भी न्यूज पेपर और न्यूज चैनल देखते थे तो अक्सर खाली घर में चोरी की खबर पढ़ने और देखने को मिल जाती थीं। इन खबरों को देखने के बाद लगता था कि क्यों न ऐसा कुछ किया जाए जिससे खाली घरों की सुरक्षा हो सके। क्योंकि यह समस्या अधिकतर लोगों के सामने आती है।

दो महीने लगे बनाने में

इसके लिए पांचों दोस्तों ने मिलकर स्मार्ट सिक्योरिटी होम के आइडिया पर काम करना शुरू किया। अपनी फैकल्टी डॉ। अतुल सरोजवाल से भी आइडिया शेयर किया। आइडिया समझने के बाद डॉ। अतुल ने उन्हें गाइड किया। दो माह की मेहनत के बाद पांचों स्टूडेंट्स ने अपना प्रोजेक्ट तैयार कर सफल ट्रायल भी कर दिखाया।

जीएसएम तकनीक पर करता है काम

पांचों दोस्तों का कहना है कि स्मार्ट होम सिक्योरिटी सिस्टम का सर्किट जीएसएम (ग्लोबल सिसिटम फॉर मोबाइल)) माड्यूल टेक्निक पर काम करता है। सबसे पहले घर में इस सिस्टम को फिक्स कर दीवारों पर लेजर टाइट लगाई जाती है। ये लेजर लाइट सीधे सिस्टम से कनेक्ट होती हैं। इसके बाद घर के किसी हिस्से में मिरर फिक्स किया जाता है, जिसे पर लेजर बीम सीधे गिरती हैं। ऐसे में कोई चोर घर में घुसकर लेजर बीम को क्रॉस करेगा तो सिस्टम में लगा अलार्म बज उठेगा।

वीडियो और फोटो भी मिलेंगे

अलार्म बजने के साथ ही जीएसएम तकनीक के जरिए मकान मालिक के मोबाइल पर घर में किसी के घुसने का मैसेज पहुंच जाएगा। अगर स्मार्ट होम सिक्योरिटी सिस्टम के साथं सीसीटीवी अटैच हैं तो मोबाइल पर चोरों के फोटो और वीडियो भी पहुंच जाएंगे।

5 से 9 वोल्ट पर करता है काम

स्टूडेंट्स ने बताया कि उन्होंने सिस्टम के ट्रायल के लिए अभी लेजर बीम यूज की है, जिसको अपग्रेड कर इन्फ्रारेड का यूज किया जाएगा। क्योंकि, लेजर बीम खुली आंखों से देख सकते हैं और इन्फ्रारेड को नहीं। यह सिस्टम 5 से 9 वोल्ट पर एसी और डीसी दोनों ही सप्लाई पर काम करता है।

दूसरे सिस्टम से कैसे है अलग

तकनीक

अभी बैंक और घरों में जो सिक्योरिटी सिस्टम लगे हैं, वे सिर्फ अलार्म बजाते हैं। इसमें सिक्योरिटी ब्रीच होने पर मैसेज भ्ाी मिलेगा.

सतर्कता

- जिन घरों में सीसीटीवी लगे हैं, उनके मालिक इन्हें अपने मोबाइल से कनेक्ट जरूर कर सकते हैं, लेकिन घर में होने वाली हर गतिविधि पर 24 घंटे नजर रखना उनके लिए संभव नहीं है। इस तकनीक में यह झंझट नहीं है।

खर्चा

अभी बजार में जो सिक्योरिटी सिस्टम उपलब्ध हैं, वे बहुत महंगे हैं। लेकिन इसे मात्र 2500 रुपए में तैयार किया गया है.बाजार में उपलब्ध होने पर कोई भी इसे खरीद सकता है।