60 परसेंट लोगों को कैंसर

किसी भी फार्म में तम्बाकू का सेवन लोगों की हेल्थ खराब कर रहा है। 60 परसेंट लोगों को तम्बाकू के चलते कैंसर हो रहा है। एक्टिव स्मोकिंग और पैसिव स्मोकिंग दोनों ही हार्मफुल है। घर में जलती छोड़ देने वाली सिगरेट आपके बच्चों और फैमिली मेम्बर्स को कैंसर और अस्थमा जैसी बीमारियां दे रही हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, इसके धुएं से अन्य लोगों को एलर्जी, खांसी जैसी शिकायत भी होने लगती है। पांच से 12 प्रतिशत लोगों को स्मोकिंग के धुएं के लगातार सम्पर्क में रहने से बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। 35 प्लस एज के बाद कैंसर के सिम्पटम्स सामने आने लगते हैं।

बीस लाख का धुआं

तम्बाकू और सिगरेट बनाने वाली कंपनियों को डेली लाखों रुपये का फायदा हो रहा है। एक अनुमान के अनुसार, सिटी में बीड़ी और सिगरेट को मिलाकर 20 लाख रुपए का धुआं डेली उड़ाया जा रहा है। हजारों लोग अपनी कमाई का एक तिहाई हिस्सा इन पर खर्च कर रहे हैं।

लाखों का गुटखा

बच्चे, बूढ़े और जवान, गुटखे के बिना लोग अपनी जिंदगी को अधूरा समझने लगे हैं। टोबैको का सेवन करने वाले हर्ष सिंह ने बताया कि वह सुबह उठने के साथ ही गुटखा खाते हैं। काम करते वक्त, टेंशन के समय और दोस्तों के बीच टाइम पास करने का सबसे अच्छा जरिया लोगों ने गुटखे को बना लिया है। इसके चलते मार्केट से रोजाना 15 लाख रुपए के सभी ब्रांड्स की सेल हो रही है। गुटखा खाने में कम उम्र के बच्चे भी पीछे नहीं हैं।

एक महीने में तीस पेशेंट

लोगों को लगता है कि एक बार सिगरेट पीने से उनकी सेहत को ज्यादा नुकसान नहीं होगा। मगर, यही सोच उनको मौत की ओर ले जा रही है। सिटी में तम्बाकू का सेवन करने वालों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इसमें टीनेजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। एसएन मेडिकल कॉलेज में एक महीने में तीस पेशेंट टोबैको से होने वाले कैंसर के आ रहे हैं। इसके अलावा हर छह सेकेंड में दुनिया में एक इंसान की मृत्यु टोबैको के सेवन से हो रही है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, अगर दुनिया से टोबैको के सेवन का स्तर ऐसे ही निरंतर बढ़ता गया तो ईयर 2030 तक इससे होने वाली मृत्यु की संख्या में आठ मिलियन की बढोत्तरी हो जाएगी।

होने वाली प्रॉब्लम्स

- लंग्स, गले और मुंह का कैंसर हो जाता है।

- धीरे-धीरे इंसान की भूख भी कम होने लगती है।

- हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

- स्मोकिंग पर्सन को पैरालाइसिस हो सकता है।

- अस्थमा और लगातार खांसी की शिकायत रहने लगती है।

- एम्फाइसिमा होने लगता है।

- पैरों की उंगलियां गलने लगती हैं।

- टोबैको के सेवन से बुढ़ापा जल्दी आता है।

- लेडीज में प्री-मेच्योर डिलीवरी होती है।

- स्मोकिंग प्रेगनेंट लेडी में मिसकैरेज के चांस बढ़ जाते हैं।

- लो वर्थ वेट का बच्चा जन्म लेता है।

- मेंटली इलनेस बढऩे लगती है।

- ज्यादा स्मोकिंग करने पर इंसान फ्रस्ट्रेड रहने लगता है।

- जो बच्चे स्मोकिंग करते हैं, उनका परफार्मेंस गिरने लगता है।

 

ऐसे छोड़े लत

   - सबसे पहले खुद से टोबैको छोडऩे का वादा करें।

 - स्मोकिंग छोडऩे के लिए एक डेट को निर्धारित कर लें।

- टोबैको से जुड़ी चीजों को जैसे सिगरेट, तम्बाकू को घर और कार से हटा दें।

-सबसे पहले घर और कार में स्मोकिंग करना छोड़ें।

-उन स्थानों पर जाना छोड़ दें, जहां पहले से आप खुद को सुकून देने के लिए सिगरेट पीने जाते थे।

- अपने दोस्तों, फैमिली और साथ में काम करने वालों को बता दें कि आप स्मोकिंग छोड़ रहे हैं।

- सिगरेट छोडऩे के बाद इरीटेशन होने पर घबराएं नहीं।

- सिगरेट की तलब उठने पर खुद को दोस्तों या किसी और काम में बिजी कर लें।

- डिप्रेशन, इरीटेशन, रेस्टलेसनेस और इंम्पेशेंस के लिए खुद को पहले से मेंटली तैयार कर लें।

- सिगरेट के पीने वाले समय पर मेडीटेशन करना शुरू कर दें।

- ज्यादा स्मोकिंग की तलब उठने पर च्युविंगम चबाना शुरू कर दें।

- अगर कैसे भी कंट्रोल न हो रहा हो तो एक गहरी सांस लें या फिर वॉक पर निकल जाएं।

- ज्यादा क्रंची फूड खाना शुरू कर दें। जैसे कि गाजर आदि।

कैंसर को बढ़ावा देने में टोबैको का बहुत बड़ा हाथ है। पचास प्रतिशत से अधिक लोगों को स्मोकिंग और टोबेको से कैंसर हो रहा है। लोगों को टोबेको की लत से बचाने के लिए अवेयर करने की जरूरत है।

डॉ.नरेंद्र देव, कैंसर फिजीशियन

लगातार स्मोकिंग करने से इंसान का मन स्थिर हो जाता है। बॉडी से इसका कोई लेना नहीं होता है। टोबेको से मन को इसकी लत हो जाती है। मन की इच्छा शक्ति को मजबूत करके स्मोकिंग या टोबैको को छोड़ा जा सकता है।

डॉ। केसी गुरनानी, साइक्रिएटिस्ट