- चंडीगढ़ रूट की बसों में रोडवेज की टीम ने मारा छापा

- रामनगर और काठगोदाम डिपो की बसों से 135 बोतल शराब बरामद

DEHRADUN: रोडवेज की बसों में शराब की तस्करी चल रही है। ट्यूजडे को रोडवेज मुख्यालय की टीम ने काठगोदाम और रामनगर डिपो की दो बसों में चेकिंग के दौरान 135 अवैध शराब की बोतलें बरामद कीं। रोडवेज के एमडी ने दोनों बसों के ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच की जा रही है।

चंडीगढ़ रूट की बसों में तस्करी

चंडीगढ़ रूट पर चलने वाली रोडवेज की बसों में शराब की तस्करी की शिकायतें लगातार रोडवेज मुख्यालय को मिल रही थीं। मामले की हकीकत जांचने के लिए रोडवेज मुख्यालय द्वारा मंडे की रात को बसों की चेकिंग के लिए टीम गठित कर छापेमारी की गई। इस दौरान काठगोदाम (यूके07-पीए-2894) और रामनगर (यूके07-पीए-3008) डिपो की रोडवेज बसों में टीम को शराब की 135 बोतलें बरामद हुईं।

रूट की बसों का बदला जाएगा स्टाफ

ट्यूजडे को मामले में रोडवेज के एमडी बृजेश कुमार संत ने रामनगर और काठगोदाम डिपो की बसों के ड्राइवर सस्पेंड कर दिए हैं, साथ ही मामले की जांच करवाई जा रही है। एमडी ने आदेश दिए हैं कि चंडीगढ़ रूट पर चलने वाली सारी रोडवेज बसों के स्टाफ को हटाकर नया स्टाफ तैनात किया जाए।

कंडक्टर्स ने ही की थी शिकायत

रोडवेज बसों में शराब लाने की शिकायतें पहले भी मिलती रही हैं लेकिन चंडीगढ़ से तस्करी की शिकायतें खुद परिचालकों द्वारा की गई। परिचालकों ने निगम मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि चालक उनकी बात नहीं मानते और जबरन शराब लेकर आते हैं। परिचालकों की शिकायत पर निगम मुख्यालय से डीजीएम आरपी भारती को प्रवर्तन टीम के साथ भेजा गया था।

डिक्की और सीट के नीचे शराब

प्रवर्तन टीम ने देर रात दोनों बसें हरिद्वार में चेक की तो काठगोदाम जा रही बस में 81 बोतलें जबकि रामनगर जा रही बस में 54 बोतलें शराब की मिलीं। काठगोदाम वाली बस में बस की पिछली डिग्गी में ये बोतलें रखीं गई थी जबकि रामनगर वाली बस में चालक-परिचालक ने सीट के नीचे इन्हें छुपाया हुआ था। टीम ने आबकारी विभाग को सूचना देकर शराब उनके सुपुर्द कर दी है।

अफसरों की भूमिका भी संदिग्ध

बसों में शराब तस्करी में डिपो में तैनात अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। काठगोदाम डिपो के परिचालक विमल कुमार ने पहले ही चालक सत्यपाल की शिकायत कई बार डिपो एजीएम से की थी। परिचालक ने इस रूट से अपनी ड्यूटी हटाने या बस पर दूसरा चालक तैनात करने की मांग की थी मगर डिपो एजीएम ने उसी चालक को लगातार चंडीगढ़ रूट पर तैनात किए रखा। एमडी बृजेश कुमार संत ने काठगोदाम व रामनगर के डिपो एजीएम के विरुद्ध भी जांच कराने के आदेश दिए हैं।