- रुद्रप्रयाग के चोपता और उत्तरकाशी के हर्षिल में 65 सैलानी फंसे

- चमोली के औली में 200 सैलानी कर रहे मार्ग खुलने का इंतजार

GARHWAL: पहाड़ों में मंगलवार को हुई भारी बर्फबारी से कई मार्ग बंद पड़े हुए हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों में करीब 265 सैलानी सड़क खुलने की बाट जोह रहे हैं। मार्ग बंद होने के कारण रुद्रप्रयाग के चोपता और उत्तरकाशी के हर्षिल में 65 सैलानी फंसे हुए हैं। प्रशासन ने एसडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीम को चोपता रवाना किया है। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ। आशीष चौहान ने बताया कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम गंगोत्री हाईवे से बर्फ हटाने में जुट गई है। इसके अलावा चमोली जिले में प्रसिद्ध शीतकालीन क्रीडा स्थल औली में भी 200 सैलानी मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक गुरुवार को मार्ग खुलने की संभावना है।

राहत के साथ आफत भी लेकर आई बारिश और बर्फबारी

- उत्तराखंड में बर्फबारी से अलग-थलग पड़े 360 गांव

- पहाड़ों में 63 सड़कों पर आवाजाही बाधित, 1069 गांव की बिजली गुल

DEHRADUN: उत्तराखंड में मंगलवार को भारी बर्फबारी और बारिश से करीब 360 गांव अलग-थलग पड़े हुए हैं। इसके साथ ही 1069 गांव की अंधेरे में डूबे हुए हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 63 सड़कें हैं। खराब मौसम के कारण सड़कों से बर्फ हटाने में मुश्किल हो रही है। टिहरी प्रशासन ने पर्यटकों को फिलहाल मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर यात्रा न करने की सलाह दी है। इस बीच ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी का क्रम जारी है। बारिश और बर्फबारी से पूरा प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी और बारिश के आसार हैं, शेष स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा। मंगलवार की पूरी रात और बुधवार सुबह तक मौसम के कड़े तेवर बने रहे। इस दौरान नैनीताल, मसूरी, पौड़ी और ऋषिकेश के कई इलाकों में ओले पड़े तो देहरादून, हरिद्वार और रुड़की में रुक-रुक कर बारिश होती रही है। चारधाम के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात का क्रम जारी रहा।

आकाशीय बिजली गिरने से 13 बच्चे झुलसे

BAGESHWAR: आकाशीय बिजली गिरने से एक स्कूल के 13 बच्चे मामूली रूप से झुलस गए हैं, जबकि चपरासी भी ¨चगारी की चपेट में आ गए। तीन बार आकाशीय बिजली गिरने से स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही अभिभावक स्कूल पहुंच गए और बच्चों को घर ले गए। जूनियर हाईस्कूल जेठाई में बुधवार दोपहर करीब दो बजे आकाशीय बिजली लगातार तीन बार कड़की। स्कूल के बरामदे से होते हुए बिजली की ¨चगारी कक्षाओं तक पहुंच गई। बिजली की जोरदार आवाज से वहां अफरातफरी मच गई। इस दौरान 13 बच्चे आकाशीय बिजली की ¨चगारी की चपेट में आ गए। प्रधानाचार्य रतन सिंह धपोला की उच्चाधिकारियों को सूचना के बाद डीएम ने गांव में एक टीम भेजी है।

सावधानी के साथ बर्फ में घूमें

बर्फबारी देखने के लिए हर कोई उत्सुक रहता है। लेकिन, बर्फबारी देखने की चाह भारी भी पड़ सकती है। बर्फ में फिसलन के कारण आप चोटिल हो सकते हैं और इसके साथ ही ठंड से बच्चों की तबीयत भी बिगड़ सकती है। ऐसे में बेहतर है कि अगले दिन बर्फ को देखने के लिए जाएं और पुलिस-प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी को फॉलो करें।