-कत्ल के बाद दिन भर छात्रों के बीच होती रही किसी बड़ी साजिश की चर्चा

PRAYAGRAJ: छात्रनेता अच्युतानंद शुक्ला की हत्या के बाद सामने आ रही क्राइम सीन व चर्चाएं किसी बड़ी साजिश की तरफ भी इशारा कर रही हैं। साथ ही अच्युतानंद के इलाहाबाद में होने की भनक पुलिस को न लगना भी चौंकाने वाला है। वजह अच्युतानंद इनामिया अपराधी था और यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में पार्टी कर रहा था। लोगों का तो यह तक कहना था कि पुलिस का खुफिया नेटवर्क ध्वस्त हो चुका है।

छिपे हैं कई सवाल

चर्चा रही कि अच्युतानंद शुक्ला 25 हजार का इनामी था और वह हॉस्टल में खुलेआम पार्टी कर रहा था। बड़ी व चौंकाने वाले बात यह है कि गिरफ्तारी तो दूर पुलिस को उसकी खबर तक नहीं लगी। जबकि पुलिस ने इनामी छात्रनेता अभिषेक माइकल और अभिषेक सोनू को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया था। अगर इन दोनों की सूचना पुलिस को लखनऊ में होने की मिल गई तो अच्युतानंद की जानकारी कैसे नहीं हुई। अभिषेक माइकल का कुछ दिन पहले जेल जाना भी तमाम छात्र हत्याकांड की कड़ी से जोड़ कर देख रहे हैं।

आशुतोष के पीछे कौन?

खास बात यह भी है कि आशुतोष को अच्युतानंद ने ही छात्र संघ का चुनाव लड़ाया था। पैसे लेकर सारी चीजें मुहैया कराई थीं। आशुतोष अच्युतानंद का पांव छूता था और मानता भी था। ऐसे में यह बात किसी के गले से नहीं उतर रही कि वह इतना बड़ा अहसानफरामोश कैसे हो सकता है? दूसरे पहलू को टटोलने में जुटे छात्र घटना के पीछे किसी बड़ी साजिश को मान रहे हैं। चर्चाओं में छात्रों का कहना था कि आशुतोष इस तरह से उसकी हत्या नहीं कर सकता। हो सकता है कि उससे किसी ने साजिश के तहत हत्या करवाई हो।