PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि कुछ लोग समझते होंगे कि हमारे पास ज्यादा पावर है पर यह नहीं चलेगा। यह सब दिन रहेगा यह संभव नहीं। पावर विकेंद्रित होगा। ताकत सभी तक पहुंचे और इसे सबों को उपलब्ध कराने की दिशा में हमें काम करना होगा। अगर अधिकार हासिल करना है तो यह संकल्प लेना होगा कि कटुता पैदा नहीं करेंगे। एएन कॉलेज, पटना तथा दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (डिक्की) के तत्वावधान में स्थानीय अधिवेशन भवन में बिहार में अनुसूचित जाति एवं जनजाति: डेवलपमेंट कांक्लेव संकल्प से साम‌र्थ्य में मुख्यमंत्री ने यह बात कहीं। उन्होंने कांक्लेव में आए लोगों से कहा कि केवल जय भीम नहीं बोलिए बल्कि जय भीम के संदेश को सोचिए और उसे अंगीकार कीजिए।

कटुता फैलाने वालों से बचें

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया का उपयोग कर घृणा का वातावरण बनाने में लगे हैं। वह युवाओं से यह अपील करेंगे कि समाज में कटुता फैलाने वालों से बचें। समाज में जब कटुता होगी तो विकास का लाभ नहीं मिलेगा। यह देश सभी का है।

न्याय के साथ विकास की नीति को समर्थन

सीएम ने कहा कि शुरू से ही उनका समर्थन न्याय के साथ विकास की नीति को है। सिर्फ विकास की बात हम नहीं करते। हाशिए पर खड़े व्यक्ति को कैसे मुख्य धारा में लाए जाए यह हमारी योजनाओं में दिखता है। किसी भी चीज को नतीजे तक पहुंचाने की सोच के साथ काम किया।

मेरे हाथ में जो अधिकार उससे वह हटने वाले नहीं

अनुसूचित जाति व जनजाति के कल्याण से जुड़ी योजनाओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने यह कहा कि मेरे हाथ में जो अधिकार रहेगा उससे वह हटने वाले नहीं हैं। हम पिछड़े राज्य हैं। पिछड़े राज्य को आगे बढ़ाएंगे तो पिछड़ों को आगे लाना होगा।

चप्पल फेंकने से क्या बिगड़ा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिवेशन भवन में तीन दिन पूर्व बापू सभागार में घटित उस वाकये का भी जिक्र किया जिसमें एक युवक ने उनकी मौजूदगी में मंच पर चप्पल फेंक दिया था। उन्होंने कहा कि चप्पल फेंकने से मेरा क्या बिगड़ा। क्या फर्क पड़ता है इससे। बहुत लोग प्रचार के चक्कर में उंटपटांग काम करते हैं।