विश करना है तो फेसबुक है ना

Social networking sites: a better platform to wish



Allahabad : कोई भी फेस्टिवल हो और यूथ्स को अपने दोस्तों या फैमली मेंबर्स को विश करना है। तो वह इस बात के लिए बिल्कुल बेफ्रिक हैं की उनका मैसेज, उनके अपनों तक कैसे पहुंचेगा? न उन्हें मोबाइल पर मैसेज टाइप करने की जरूरत है और न ही कॉल करने के लिए बैलेंस खत्म करने की। विश करने का सबसे आसान तरीका सोसल नेटवर्किंग साइट्स बन चुकी हैं। इन साइट्स के जरिए आसानी से यूथ्स के साथ-साथ हर एज ग्रुप के लोग अपने फ्रेन्ड्स और फैमली मेंबर्स को फेस्टिवल विश करने लगे हैं। बिना किसी खर्च के फेस्टिवल से रिलेटेड काड्र्स भी एक-दूसरे से शेयर करना आसान हो गया है। सबसे अच्छी बात  यह है कि इन सोशल साइट्स पर विश करने के चक्कर में आज के दौर में यंगस्टर्स सभी फेस्टिवल को याद रखते हैं। और सबसे पहले विशेज पोस्ट करने की कोशिश करते हैं.


Wishes post करने की होड़ 

सोशल नेटवर्किंग साइट्स के शुरू होने से फेस्टिवल पर विश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। वेडनसडे को जन्माष्टमी के मौके पर एक से बढ़कर एक मैसेज सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट किए गए। किसी ने भगवान श्री कृष्ण की स्तुति पोस्ट की तो किसी ने उनकी आरती को पोस्ट किया। कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमी पोस्ट करके कोरम पूरा किया। कई ऐसे लोग भी फेसबुक पर मौजूद हैं, जिन्होंने पाकिस्तान की कंस व शिशुपाल से तुलना कर डाली। इण्डियन आर्मी को कृष्ण बनाकर इन शिशुपाल व कंस का वध करने का मैसेज चर्चा में रहा और खूब शेयर किया गया। कुछ लोगों के कमेंट भी प्रेम के रूप का दिखाते रहे। शिखावेद ने भी प्यार तो एक ताज होता है, साथी को जिस पर नाज होता है, कृष्ण व राधा को देखकर पता चलता है, भगवान भी प्यार का मोहताज होता है जैसे कमेंट लव बड्र्स ने अपना इमोशन एक्सप्रेस किया।  


 Mobile पर  अब कम ही message आते हैं

एक समय था जब इन फेस्टिवल पर लोग एक दूसरे को मोबाइल पर मैसेज भेजकर विश करते थे। सोशल नेटवर्किंग साइट्स के शुरू होने के बाद मोबाइल पर मैसेज के जरिए विश करने का सिलसिला धीरे-धीरे बंद होने के कगार पर पहुंच गया। लोग एक दूसरे को मोबाइल पर विश करने से बेहतर सोशल साइट्स पर विश करना आसान समझते हैं। शायद यही कारण है कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स का दायरा बढ़ता जा रहा है.

Wishes post करने की होड़ 

सोशल नेटवर्किंग साइट्स के शुरू होने से फेस्टिवल पर विश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। वेडनसडे को जन्माष्टमी के मौके पर एक से बढ़कर एक मैसेज सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट किए गए। किसी ने भगवान श्री कृष्ण की स्तुति पोस्ट की तो किसी ने उनकी आरती को पोस्ट किया। कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमी पोस्ट करके कोरम पूरा किया। कई ऐसे लोग भी फेसबुक पर मौजूद हैं, जिन्होंने पाकिस्तान की कंस व शिशुपाल से तुलना कर डाली। इण्डियन आर्मी को कृष्ण बनाकर इन शिशुपाल व कंस का वध करने का मैसेज चर्चा में रहा और खूब शेयर किया गया। कुछ लोगों के कमेंट भी प्रेम के रूप का दिखाते रहे। शिखावेद ने भी प्यार तो एक ताज होता है, साथी को जिस पर नाज होता है, कृष्ण व राधा को देखकर पता चलता है, भगवान भी प्यार का मोहताज होता है जैसे कमेंट लव बड्र्स ने अपना इमोशन एक्सप्रेस किया।  

 Mobile पर  अब कम ही message आते हैं

एक समय था जब इन फेस्टिवल पर लोग एक दूसरे को मोबाइल पर मैसेज भेजकर विश करते थे। सोशल नेटवर्किंग साइट्स के शुरू होने के बाद मोबाइल पर मैसेज के जरिए विश करने का सिलसिला धीरे-धीरे बंद होने के कगार पर पहुंच गया। लोग एक दूसरे को मोबाइल पर विश करने से बेहतर सोशल साइट्स पर विश करना आसान समझते हैं। शायद यही कारण है कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स का दायरा बढ़ता जा रहा है.