- जीएसटी लागू होने के बाद एसी बसों के सफर पर बढ़ गया है 5 फीसद टैक्स

GORAKHPUR: वस्तु एवं सेवाकर की नई व्यवस्था के तहत रोडवेज की एयरकंडीशन बसों के किराए में पांच फीसद की बढ़ोतरी तो हो गई, लेकिन रोडवेज का सर्वर 48 घंटे बाद भी अपडेट नहीं हो सका है। जिसके चलते यात्रियों और कंडक्टर के बीच विवाद हो रहा है। रविवार को दूसरे दिन भी यात्रियों को मैनुअल टिकट काट कर दिया गया। जीएसटी लागू होने के बाद एसी बसों के सफर पर भी पांच फीसद का टैक्स बढ़ा दिया गया था। किराए की रकम में इस बढ़ोतरी को शुल्क में शामिल करना था।

किराए में आ रहा अंतर

जीएसटी को लेकर मुंबई से किराए की सूची और सर्वर को अपडेट होना था। एक जुलाई को पहले दिन सर्वर अपडेट न हो पाने के चलते रोडवेज की जनरथ, शताब्दी जैसी एसी बसों के किराए में अंतर आने लगा। विंडो बुकिंग से लेकर, आनलाइन और ईटीएम के जरिए भी बढ़े हुए टिकट का मूल्य प्रिंट नहीं हो पा रहा था। परिचालकों ने इसके लिए पुराने किराए की पर्ची काटने के साथ पांच फीसद का अतिरिक्त कर का टिकट मैनुअल काटा। हालांकि इसको लेकर कुछ जगहों पर विवाद की भी स्थिति पैदा हुई। राप्तीनगर डिपो के एआरएम मुकेश कुमार ने कहा कि सर्वर अपडेट करने को लेकर मुंबई कार्यालय से लगातार वार्ता की जा रही है। कंडक्टर और यात्रियों के बीच विवाद के मामले बढ़े हैं। साफ्टवेयर जल्द अपडेट होने की उम्मीद है।