इंडियन गवर्नमेंट की है यह योजना

इंडियन गवर्नमेंट ने जवाहर लाल नेहरू सोलर मिशन के नाम से योजना शुरू की है। इसके तहत इकालॉजिकल चेंज को देखते हुए वैकल्पिक उर्जा के स्रोतों के ज्यादा से ज्यादा यूज करने पर जोर दिया जा रहा है। इंडिया में सनलाइट की उपलब्धता ज्यादा होती है। साल में 300 दिन मिलने वाले सोलर लाइट्स से करीब 5000 ट्रिलियन किलोवाट क्लीन एनर्जी प्रोड्यूस की जा सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए सोलर इंडिया के तहत इसको लांच किया गया है। इसमें सोलर होम लाइटिंग सिस्टम भी शामिल है।

चार से पांच घंटे का है बैकअप

सोलर होम लाइटिंग सिस्टम के तहत पूरे घर को आसानी से रोशन किया जा सकता है। सोलर एनर्जी से जुड़ी बैट्री का बैकअप का यूज चार से पांच घंटे किया जा सकता है। सोलर सिस्टम पर बैट्री, सोलर पैनल के लिए अलग- अलग कंपनियां अपने ब्रांड पर गारंटी और वारंटी सर्विस दे रही है। जाड़े के दिनों में सोलर सिस्टम आसानी से काम करता है। लगातार यूज करने पर 15 घंटे तक यूज किया जा सकता है। चार से पांच घंटे के यूज पर यह सिस्टम तीन दिन तक साथ देगा। लाइटिंग सिस्टम के साथ सोलर कूकर, सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम भी बाजार में उपलब्ध है। इनवर्टर के साथ भी सिस्टम उपलब्ध है।

बैंक कर रहे फायनेंस, दे रहे हैं सब्सिडी

मार्केट में सोलर सिस्टम काफी महंगे मिलते हैं। इंडियन गवर्नमेंट की योजना के तहत बैंकों से फायनेंस की सुविधाएं भी अवलेबल हैं। बैंक से फाइनेंस कराने पर सोलर सिस्टम के रेट में सबसिडी भी दी जाती है। इलाहाबाद बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आफ इंडिया, पूर्वांचल ग्रामीण बैंक सहित कई लोकल बैंकों के माध्यम से सोलर लाइटिंग सिस्टम लेने की सुविधा है। यूज के हिसाब से इसका अलग- अलग रेट रखा गया है।

बिजली की प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए सोलर सिस्टम से अच्छा कोई विकल्प नहीं है। छोटे लाइटिंग सिस्टम से फैन और लाइट्स का यूज किया जा सकता है। जाड़े और बरसात के सीजन में भी कोई दिक्कत नहीं आती है।

लक्ष्मण अग्रवाल, शॉपकीपर