- आईआईटी मुम्बई के सहयोग से सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं दे रहीं प्रशिक्षण

- स्टूडेंट्स में वैकल्पिक ऊर्जा के यूज को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू हुई कवायद

VARANASI

सोलर एनर्जी के यूज को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी मुम्बई ने पहल की है। इसके तहत अपर प्राइमरी स्कूल्स के बच्चों को सोलर लैम्प बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अपने बनाए सोलर लैम्प्स का यूज बच्चे खुद करेंगे। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं इन बच्चों को ट्रेनिंग दे रही हैं। यूपी नेडा के सहयोग से शुरू हुए इस प्रोग्राम का मकसद स्टूडेंट्स में वैकल्पिक ऊर्जा के यूज को बढ़ावा देना है। सीखने वाले बच्चे सोलर अम्बेस्डर (एसएसए) कहलाएंगे।

'एसएचजी' की महिलाएं बनीं ट्रेनर

दरअसल, केन्द्र सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, आईआईटी मुम्बई और उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वावधान में '70 लाख सौर ऊर्जा लैम्प' योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत देश भर में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं स्कूली बच्चों को सौर ऊर्जा लैम्प बनाने का प्रशिक्षण दे रही हैं। गांधी जयंती से इसकी शुरुआत हो चुकी है।

दूसरों को भी बनाना सिखाएंगे

जो बच्चे सोलर लैम्प बनाना सीख रहे हैं। वे अपने बनाए हुए लैम्प का उपयोग पढ़ाई करने में कर सकेंगे। साथ ही दूसरे बच्चों को भी हुनरमंद बना सकेंगे। इसका मकसद बच्चों के जीवन कौशल का विकास करना भी है। इस दिशा में पेरेंट्स को भी जागरूक किया जाएगा। जिससे कि वे खुद बच्चों को हुनर सीखने को प्रेरित कर सकें।

मिलेगा रोशनी का अधिकार

केन्द्र सरकार की 'सोलर स्वराज' योजना हर बच्चे को रोशनी का अधिकार देने से जुड़ी है। खासकर बच्चों की पढ़ाई में यह काफी मददगार होगी। देश भर में करीब दो लाख बच्चों को इस योजना से जोड़ने की तैयारी है। फ‌र्स्ट फेज में आराजी लाइन ब्लॉक के स्कूलों को इसके लिए चयनित किया गया है। इन स्कूलों के बच्चों को पिछले दिनों एक दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। शहर के मंडुआडीह, ककराही, पांडेयपुर, सुसुवाही में स्थित स्कूल्स समेत कुछ अन्य स्कूल्स को भी चयनित किया जा रहा है।

एक नजर

22

स्कूल चयनित हुए हैं डिस्ट्रिक्ट में फ‌र्स्ट फेज में

3200

से ज्यादा बच्चों को ट्रेनिंग देने की है तैयारी

40

बच्चे एक बैच में ले रहे प्रशिक्षण

10

अन्य स्कूल्स को भी चयनित करने का चल रहा काम

वैकल्पिक ऊर्जा श्रोतों को बढ़ावा देने के लिए स्टूडेंट्स को जागरूक किया जा रहा है। सोलर लैम्प असेम्बल करने का प्रशिक्षण उन्हें हुनरमंद बनाने में मदद करेगा।

आरवी सिंह, परियोजना अधिकारी, नेडा