- स्मार्ट सिटी में तैयार किया गया प्रोजेक्ट

- सरकारी और गैर सरकारी बिल्डिंगों में लगाए जाने हैं सिस्टम

आगरा। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए लगातार कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इसी क्रम में बिजली बचत को लेकर भी काम किए जा रहे हैं। शहर को सौर ऊर्जा से जगमग करनेकी योजना तैयार की जा चुकी है। इससे राष्ट्रीय संपत्ति बिजली की बचत के साथ शहर का बिजली उत्पादन को लेकर अपना पूरा नेटवर्क होगा। इसके इंप्लीमेंट होते ही करोड़ों रुपये के बिजली बिल की भी बचत होगी।

खपत के अनुसार लगेंगे प्लांट

आगरा स्मार्ट सिटी में बिजली के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाया गया है। पहले फेज में सरकारी भवनों, बड़े होटल और कुछ चुनिंदा एरिया के भवनों का परीक्षण किया गया। इनमें छतों के क्षेत्रफल और बिजली खपत की क्षमता के अनुसार सोलर प्लांट लगाए जाने हैं। इसमें 16 सरकारी भवन, 10 प्राइवेट भवन और 45 रहवासी बिल्िडग में क्षमता के हिसाब से सोलर प्लांट लगाने हैं। इसकी सूची तैयार करके टेंडर जारी किए जा चुके हैं। ये प्रक्रिया अगले महीने में पूरी कर ली जाएगी। कोई अड़चन नहीं आई, तो सोलर प्लांट लगाने का काम भी अगस्त से शुरू हो जाएगा। शहर में सौर ऊर्जा को लेकर ये मॉडल के रूप में तैयार होगा।

सर्वे करके तैयार की गई लिस्ट

सोलर प्लांट लगाने को लेकर पहले फेज में तीन तरह के भवनों को चिन्हिंत किया गया। इसमें सरकारी भवन, प्राइवेट और रेजीडेंस बिल्डिंग ली गई। इस तरह से कुल 61 बिल्िडग का सर्वे किया गया। प्रत्येक बिल्िडग में बिजली खपत का आंकलन लगाया गया और उसकी छत का क्षेत्रफल नापा गया। इसी के अनुसार बिल्िडग की छत में रूपटॉप सोलर प्लांट लगाने का प्रपोजल तैयार किया गया है।

2 से 260 किलोवॉट के लगने हैं प्लांट

प्रपोजल के अनुसार भवनों की क्षमता के अनुसार 2 से 260 किलोवॉट क्षमता के रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए जाने हैं। इसमें 16 सरकारी बिल्िडग की छत के क्षेत्रफल 15 हजार 467 वर्गमीटर में लगभग 1910 किलोवॉट के सोलर प्लांट लगाने जाने हैं। इसी तरह प्राइवेट बिल्िडग का क्षेत्रफल 4996 वर्गमीटर में 670 किलोवॉट क्षमता के सोलर प्लांट लगाए जाने हैं। वहीं दरेसी रोड की 45 रेजीडेंस बिल्िडग की छत का क्षेत्रफल 5221 वर्गमीटर के अनुसार लगभग 616 किलोवॉट के सोलर प्लांट लगाए जाएंगे।