एसटीएफ गोरखपुर यूनिट को मिली कामयाबी

सिटी के कई सेंटर पर पुलिस ने की छापेमारी

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ की तरफ से आयोजित ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक प्रयोतिगात्मक परीक्षा में सॉल्वर की तलाश में लगी एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली। शाहपुर एरिया के विमल मांटेसरी ग‌र्ल्स इंटर कालेज, धर्मपुर में छापाकर गोरखपुर यूनिट ने एक साल्वर को अरेस्ट किया। उससे पूछताछ करके एसटीएफ जानकारी जुटा रही है। इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि पटना के नवीन पांडेय और राजीव रंजन, प्रयागराज के नवाबगंज निवासी संदीप प्रजापति, गौतम मिश्रा उर्फ विपिन मिश्रा और शैलेष कुमार मिश्रा उर्फ दीपू साल्वर गैंग चलाते हैं। सूचना मिली थी कि शहर में साल्वर बैठाया जाएगा। इसलिए कई सेंटर्स पर जांच पड़ताल की गई।

असली अभ्यर्थी भागा, साल्वर से पूछताछ जारी

शनिवार को जब विमल मांटेसरी स्थित सेंटर पर एसटीएफ पहुंची तो वहां रोल नंबर 00014552 पर एग्जाम दे रहे व्यक्ति पर संदेह हुआ। पूछताछ में पता लगा कि वह नालंदा के नूनसराय, अजयपुर का मनीष कुमार है। उसे 30 हजार रुपए में विकास की जगह एग्जाम देने के लिए हॉयर किया गया था। उसके पास से मिले एक आधार कार्ड, विकास के नाम से आधार कार्ड की फोटो कापी, परीक्षा पुस्तिका और प्रवेश पत्र सहित कई अन्य कागजात को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। मनीष ने पुलिस को बताया कि उसका बैग और सारा सामान लेकर विकास सेंटर के बाहर बैठा हुआ है। एसटीएफ ने तलाशी ली तो उसका पता नहीं चला।

अभ्यर्थी से मैच करती शक्ल-सूरत को होते सॉल्वर

एसटीएफ की कार्रवाई पर परीक्षा केंद्र पर मौजूद अधिकारी भी दंग रह गए। लोगों को लगा कि एसटीएफ गलत तरीके से जांच कर रही है। इसमें किसी निर्दोष का नुकसान हो जाएगा। परीक्षा कक्ष में ड्यूटी कर रहे परीक्षक ने भी आपत्ति जताई। कहा कि एडमिट कार्ड पर मौजूद फोटो से युवक का चेहरा मिलता-जुलता है। इसलिए कोई संदेह नहीं किया जा सकता है। लेकिन पूछताछ में सामने आया कि सॉल्वर गैंग चलाने वाले अपने परिचितों के माध्यम से सॉल्वर तलाशते हैं। अभ्यर्थी की फोटो और सॉल्वर की फोटो को साफ्टवेयर की मदद से मिक्स कर देते हैं। इससे आसानी से उनकी पहचान नहीं हो पाती। आरोपित सॉल्वर के खिलाफ शाहपुर थाना में जालसाजी, धोखाधड़ी, कूच रचना सहित कई धाराओं में केस दर्ज कराकर एसटीएफ जांच में जुटी है।

परीक्षा में सॉल्वर के एक्टिव होने की सूचना पर जांच की गई। विमल मांटेसरी स्थित सेंटर पर एक युवक को पकड़ा गया जो दूसरे की जगह एग्जाम दे रहा था। इसके बदले में उसे 30 हजार रुपए मिले थे।

सत्य प्रकाश सिंह, प्रभारी, एसटीएफ यूनिट गोरखपुर