आरपीएफ व आरएएफ में घटनास्थल के विवाद को लेकर उठाया पुलिस ने कदम

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर परतापुर से दौराला तक रेल की जमीन पर बनाई जाएंगी अस्थाई चेक पोस्ट

Meerut : स्टेशन से चंद कदम दूर रेल की पटरियों पर किसी भी प्रकार की घटना होने के बाद आरपीएफ व जीआरपी उस घटना से अपना पल्ला झाड़ लेती है। ऐसा ही मामला परतापुर स्टेशन से चंद कदम दूर रेल पटरियों पर गार्टर मिलने के बाद देखने को मिला था। घटना के सात घंटे बाद आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी घटनास्थल को लेकर आपस में लड़ते रहे। दोनों अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ते हुए सारा मामला सिविल पुलिस के हवाले कर दिया। सात घंटे बाद सिविल पुलिस में घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद मामला दर्ज हुआ।

सहयोग की समस्या

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय का कहना है कि कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें हमेशा जीआरपी व आरपीएफ अधिकारियों में घटनास्थल को लेकर ठनी रहती है। दोनों अधिकारी घटना स्थल का सिविल पुलिस का क्षेत्र बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। ऐसा ही तब हुआ, जब परतापुर स्टेशन से चंद कदम दूर कुंडा पूठा की रेल पटरियों पर गार्टर रखा मिला था। आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारियों ने जांच में कोई सहयोग नहीं किया। इसी कारण कई ऐसे मामले पेडिंग पड़े हुए हैं।

सिविल पुलिस की चौकियां

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि कावंड़ यात्रा शुरू होने में दो दिन ही शेष बचे हैं। कांवड़ यात्रा पर आंतकी साया होने के इनपुट भी लगातार मिल रहे हैं। जिसके तहत उन्होंने बताया कि मोहिउद्दीनपुर से दौराला रेल पटरी के पास खाली जमीन पर पुलिस की अस्थाई चौकियां बनाई जाएगी। जिसमें पुलिस लाइन से सिपाहियों व होमगार्ड की तैनाती की जाएगी। जिससे वह रात को पटरियों पर गश्त करके उनकी निगरानी कर सकें।

निगरानी को बनी चौकियां

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय का कहना है कि परतापुर, टीपी नगर, कंकरखेड़ा, दौराला थाना क्षेत्र में पड़ने वाली रेल पटरियों के पास ही रेल की जमीन पर अस्थाई पुलिस चौकियां बनाई जाएगी। अगर यह अभियान सफल रहा तो इन पुलिस चौकियों को स्थाई कर दिया जाएगा।

कावंड़ यात्रा की सुरक्षा को लेकर रेल की पटरियों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। रेल की जमीन पर अभी अस्थाई पुलिस चेक पोस्ट बनाए जाएंगे। जिससे सिविल पुलिस रात में पटरियों पर गश्त कर सकें।

राजेश कुमार पांडेय, एसएसपी