- नोटबंदी के बाद लोगों को बजट से खासी उम्मीदें

- व्यापारी हुए निराश, कहा ऊंट के मुंह में जीरा जैसी राहत

Meerut। केंद्र सरकार ने पहली बार रेल बजट और आम बजट एक साथ पेश किया। हालांकि शहरवासियों में इस बजट को लेकर मिली जुली प्रतिक्रियाएं आई। किसी ने इस बजट को राहत भरा बताया तो किसी ने बताया कि ऊंट के मुंह में जीरा। कुल मिलाकर जितनी लोगों को उम्मीद थी उस पर बजट खरा नहीं उतरा।

नोटबंदी के बाद सरकार के पास काफी पैसा आ गया था। उसको लेकर सरकार ने अच्छी प्लानिंग की है। इनकम टैक्स और कॉरपोरेट टैक्स जो कम किया है वह बहुत बड़ी राहत है। एक्साइज डयूटी पर सरकार ने छेड़छाड़ नहीं की है। क्योंकि सरकार जल्द ही जीएसटी लागू कर रही है।

-अशोक नाथ मल्होत्रा, चेयरमैन आईआईए

कॉरपोरेट टैक्स कम किया है। इससे जरूरत थोड़ी राहत मिलेगी। इस बार सरकार से उम्मीद थी कि डिवाडेंट टैक्स लागू करेगी। लेकिन वह नहीं आया। इसके अलावा कार्ड से पेमेंट पर चार्ज भी कम नहीं किया है। इस बजट में सबसे अच्छी बात यह रही कि राजनैतिक पार्टी पर जो स्टैंड लिया वह बहुत अच्छा किया है।

-अनुराग अग्रवाल, सचिव आईआईए

सरकार ने जो राहत दी है वह ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है। पचास हजार की राहत कुछ राहत नहीं है। क्योंकि इसकी कसर सरकार ने बड़े कारोबारी पर टैक्स बढ़ाकर कर दी है। नोटबंदी से व्यापारियों को जो नुकसान हुआ है उसमें कुछ राहत मिलने की उम्मीद थी।

-नवीन गुप्ता अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ

सरकार ने बजट बहुत अच्छा पेश किया है। हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए कुछ न कुछ राहत दी है। सरकार ने हर क्षेत्र को ध्यान में रखकर प्लानिंग की है। सरकार ने देश के विकास को लेकर भी काफी प्लानिंग की है।

-अरुण वशिष्ठ महामंत्री संयुक्त व्यापार संघ

बजट बहुत निराशा भरा था। रियल स्टेट को कुछ नहीं दिया है। अफोर्डबल हाउस पर छूट से कुछ नहीं होने वाला है। जितनी सरकार से उम्मीद थी उससे कहीं ज्यादा बेकार बजट है। बडे व्यापारियों और टैक्स और बढ़ा दिया है। रियल स्टेट के लिए सरकार को कुछ तो देना चाहिए था।

-कैप्टन अनुभव कोचर एसटूएस बिल्डर्स

सरकार ने रियल स्टेट के लिए कोई ज्यादा राहत नहीं दी है। छोटे बिल्डर्स जो हैं उनको जरूर कुछ राहत दी है। इससे छोटी प्रॉपर्टी में जरूर बूम आएगा। रियल स्टेट के लिए यह बजट ज्यादा खास नहीं रहा। उनकी जितनी उम्मीद थी उस पर खरा नहीं उतरा यह बजट।

-सचिन राजवंशी, आराध्य हाईट

बजट अच्छा था। सरकार ने आम आदमी को तो काफी राहत दी है। इनकम टैक्स की सीमा बढ़ाकर अच्छा काम किया है। सरकार ने सबसे अच्छा यह काम किया है कि राजनैतिक पार्टियों का चंदा डिजिटल किया है। अब कोई भी अपनी ब्लैक मनी नेताओं को नहीं दे सकेगा।

-सोनाली, गृहणी

सरकार ने यह अच्छा बजट पेश किया है। आम आदमी के लिए यह राहत भरा बजट है। सरकार ने हर वर्ग को ध्यान में रखकर यह बजट पेश किया है। जिससे सभी को कुछ न कुछ राहत मिल सके। कुल मिलाकर आम आदमी के लिए यह बहुत अच्छा बजट है।

-विनीता कौशल गृहणी

अपेक्षाएं बहुत, मिला कम

मेरठ। बजट पर कारोबारी संगठनों ने भी प्रतिक्रिया दी। चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता, महामंत्री सर्वेश कुमार सर्राफ ने कहा कि महिलाओं, बुजुर्गो, उद्योगपतियों, किसानों को दृष्टिगत रखते हुए बजट में कुछ न कुछ है, हालांकि अपेक्षाएं बहुत थीं। उन्होंने कहा कि उद्योगों को रियायत नहीं मिली। साथ ही सर्राफा व्यवसाय को करों से रियायत नहीं मिली।