- मैथ्स ने सीबीएसई स्टूडेंट्स को उलझाया

- पेपर देखकर यूपी बोर्ड स्टूडेंट्स के चेहरे खिले

- आईसीएसई में वूमेन पॉवर पर उठे सवाल

Meerut : सिटी में हर तरफ एग्जाम की बातें हुईं, क्योंकि सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के एग्जाम जो थे। पहली पारी की शुरुआत सुबह साढे़ सात बजे से थी। सीबीएसई स्टूडेंट्स को मैथ्स के एग्जाम ने काफी उलझाया। यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स खुश तो सीबीएसई के स्टूडेंट्स टेंशन में दिखाई दिए। आईसीएसई स्टूडेंट्स का इंग्लिश एग्जाम ठीक रहा।

सवालों ने खूब उलझाया

सीबीएसई में हाईस्कूल के पहले एग्जाम में स्टूडेंट्स को फ्ब् नंबर के सवाल काफी टफ लगे। जिसमें ख्फ् नंबर का वॉल्यूम चेप्टर, 7 नंबर का हाइट एंड स्टैंथ चेप्टर और ब् नंबर के सर्कल चेप्टर की कैल्कुलेशन स्टूडेंट्स को काफी हार्ड लगी।

पांच ने छोड़ा एग्जाम

सीबीएसई का मैथ्स का एग्जाम पांच स्टूडेंट्स ने छोड़ा। जिनमें सेंटजोंस में क्08 में से क्0ब् स्टूडेंट्स, डीएमए में क्0ब् में से क्0फ् ने एग्जाम दिया। यानि सेंटजोंस पर चार और डीएमए पर एक स्टूडेंट एबसेंट रहा।

कैल्कुलेशन रहीं हार्ड

मुझे तो वॉल्यूम चैप्टर और हाइट और स्टै्रंथ चैप्टर के सवाल काफी टिपिकल लगे। कुछ कैलकुलेशन छूट गई है

-मुदित

काफी कुछ कंफ्यूजिंग था। पेपर में काफी सवाल ऐसे थे, जिनका कैलकुलेशन करते करते हम तो थक ही गए।

-महिमा

हाइट और स्टै्रंथ चैप्टर काफी डिफिकल्ट रहा। थोड़ा सा सर्कल चेप्टर भी हार्ड था। जितनी प्रैक्टिस की उतना अच्छा एग्जाम नहीं गया।

-स्नेहा

कैलकुलेशन तो काफी टफ थी। पेपर देखकर लगा कि अभी तो और मेहनत की जरुरत थी। एग्जाम थोड़ा सा मुश्किल था।

-दीक्षा

काफी आसान रही हिंदी

यूपी बोर्ड के पहले एग्जाम की शुरुआत से स्टूडेंट्स के चेहरे चमकने लगे। इंटर में फ‌र्स्ट मीटिंग में सैन्य विज्ञान का एग्जाम रहा तो हाईस्कूल का था हिंदी का एग्जाम। सैकेंड मीटिंग में हिंदी का इंटर का एग्जाम रहा। एग्जाम देने के बाद स्टूडेंट्स के होंठों की मुस्कुराहट से ही आसान पेपर आने का पता लग रहा था।

स्वदेश प्रेम पर पूछा लेख

यूपी बोर्ड हाईस्कूल के हिंदी के एग्जाम में स्टूडेंट्स पेपर को काफी आसान बता रहे थे। आरजी स्कूल की टीचर वीना अग्रवाल का कहना है कि पेपर इतना आसान था। ताकि हर स्टूडेंट इसे काफी आसानी से कर लें। पेपर में छह नंबर के प्रश्न में भ्रष्टाचार और देशप्रेम पर निबंध लिखने के लिए कहा गया था।

व्यवस्थाओं की रहीं कमी

यूपी बोर्ड एग्जाम देने वाले ख्भ् प्रतिशत स्टूडेंट्स तो रजिस्ट्रेशन नंबर को लेकर परेशान रहे। रजिस्ट्रेशन नंबर न होने की वजह से स्टूडेंट्स कई सेंटर पर स्टूडेंट्स को एग्जाम देने में परेशानी हुई। कक्ष निरीक्षकों की कमी के बीच व्यवस्थाओं की कमी भी खूब खली। आनन-फानन में ही कुछ सेंटर पर निरीक्षकों की नियुक्ति करवाई गई। कुछ ग‌र्ल्स सेंटर पर तो महिला पुलिस भी नहीं दिखी।

बिना बजट कैसे हो एग्जाम

इस बार एग्जाम में सचल दस्ता की टीम के लिए पेट्रोल का बजट तक पास नहीं हो पाया है। सूत्रों के अनुसार मंडल में पेट्रोल के लिए म्0 हजार का बजट आता है। वो भी कम पड़ता है, लेकिन इस बार तो अभी तक वो भी नहीं आया है।

परीक्षितगढ़ में फ्0 प्रतिशत अनुपस्थित रहे स्टूडेंट्स

जिला परीक्षितगढ़ में लगभग तीस प्रतिशत स्टूडेंट्स ने तो हिंदी की परीक्षा ही छोड़ दी है। जिस कारण यहां फ्0 प्रतिशत स्टूडेंट्स तो हिंदी में फेल ही हो चुके हैं।

मेरठ में ब्म्00 स्टूडेंट्स ने छोड़ा एग्जाम

मेरठ से हाईस्कूल में भ्फ् हजार ख्ब्8 स्टूडेंट्स पंजीकृत थे, जिनमें से ब्8 हजार म्ब्8 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी। बाकी के ब्म्00 स्टूडेंट्स ने एग्जाम ही छोड़ दिया है।

पेपर की भी रही गड़बड़ी

सीएबी इंटर कॉलेज में सब्जेक्ट रिकॉर्ड को लेकर पेपर की गड़बड़ी ने भी अधिकारियों को उलझा दिया। सीएबी की तरह से समान्य हिंदी और हिंदी में भेजे गए रिकॉर्ड में आपसी दोनों पत्रों के स्टूडेंट्स की संख्या एक दूसरे सब्जेक्ट में चली गई। जिसको लेकर पेपर में भी गड़बड़ी रही।

स्टूडेंट्स बोले एग्जाम रहा आसान

पेपर तो काफी आसान था। मैने तो सोचा तक नहीं था कि इतना आसान एग्जाम होगा।

-अक्षिमा, हाईस्कूल

काफी आसान था। सबकुछ काफी आराम से कर लिया। ऐसा पेपर था जिसके लिए ज्यादा पढ़ने की जरुरत नहीं थी।

सानिया, इंटर

सबसे आसान तो निबंध थे। मैने तो भ्रष्टाचार पर लिखा है। आजकल वैसे भी भ्रष्टाचार समाज का ऐसा मुद्दा है जिसपर आसानी से लिखा जा सकता है।

हुमा, हाईस्कूल

मैने तो सबकुछ किया है। पेपर देखने के बाद तो मानों काफी रिलेक्स सा मिला था। काफी अच्छा पेपर था।

प्रिया, इंटर

पेपर आसान रहा, अच्छा पेपर था। मुझे तो पेपर देने में खूब मजा आया था।

आइशा, हाईस्कूल

सबसे आसान तो पर्यायवाची और निबंध लगा। एक-एक शब्द का प्रयोग भी बहुत आसान रहा।

हिना, हाईस्कूल

मुझे तो पेपर अच्छा लगा। जिसने भी पेपर बनाया है, शायद वो बहुत दयालु होगा। तभी तो इतना आसान पेपर बनाया है।

अलिशा, हाईस्कूल

आईसीएसई एग्जाम में दिखा वूमेंस पावर का असर

- एनवायरमेंट को लेकर भी पूछे गए सवाल

आईसीएसई के हाईस्कूल के इंग्लिश एग्जाम में स्टूडेंट्स को वूमेन पावर पर सवाल पूछे गए। हालांकि आठ मार्च को वूमेंस डे भी है। स्टूडेंट्स के अनुसार पेपर में भी वूमेंस पावर को लेकर काफी सारे सवाल थे। वहीं एनवायरमेंट और हेल्थ को लेकर भी काफी सारे सवाल पूछे गए।