- डेढ़ महीने पहले अशोक विहार में हुई थी बलजीत की हत्या

-पुलिस ने किया हत्या का खुलासा, आरोपी को गिरफ्तार

Mawana : नगर की अशोक विहार कॉलोनी में पिछले महीने हुई रिटायर्ड स्वास्थ्यकर्मी की हत्या उसके ही बेटे ने की थी। पिता को मारने की बात कबूल करने के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। आरोपी पिता की पेंशन के पैसे अपने बड़े भाई को देने पर नाराज रहता था। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।

यह था मामला

पिछले महीने 20 तारीख की रात अशोक विहार कॉलोनी में स्वास्थ्य विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी फौजी बलजीत (75) की मफ लर से गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के बड़े पुत्र राकेश ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसओ मवाना सुरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि शुरू से ही परिवार वालों की कहानी पर संदेह हो रहा था। मोहल्ले के लोगों ने भी किसी तरह का शोर शराबा नहीं सुना और न ही बदमाशों के आने की आहट सुनी थी। इसलिए शक की सुई परिवार पर ही आकर अटक गई थी।

पिता का मर्डर संजीव ने किया

एसओ ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने मृतक के छोटे बेटे संजीव को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। सख्ती करने पर वह टूट गया और उसने पुलिस के सामने सारी हकीकत बयां कर दी। उसने बताया कि उसके पिता की पेंशन पर उसका बड़ा भाई ऐश करता था। जब वह पिता से पैसे मांगता था तो उसे फ टकार ही मिलती थी। मां से भी पिता का व्यवहार अच्छा नहीं था। इससे क्षुब्ध होकर उसने मफलर से पिता का गला घोंट दिया। यह नजारा देख मां बेहोश हो गई।

बचाने को सिले होंठ

उसकी आंखों के सामने बेटे ने उसका सुहाग उजाड़ दिया और बेटे को बचाने के लिए उसने पुलिस के सामने होंठ सिल लिए। घटना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंची तो बलजीत की पत्‍‌नी ने पुलिस के सामने बदमाशों की झूठी कहानी बताई और कहा था कि बदमाशों ने उसके पति की गला घोंटकर हत्या कर दी। उसे भी बदमाशों ने पीटा और वह बेहोश हो गई थी। हालांकि वह कहानी किसी के गले नहीं उतरी, लेकिन उस समय पुलिस ने मौके की नजाकत समझी और साइलेंट होकर हत्या के खुलासे में जुट गई। आखिरकार बलजीत का हत्यारा उसका बेटा ही निकला और सलाखों के पीछे पहुंच गया। हालांकि आरोपी को अपने पिता की हत्या करने का कोई अफसोस नहीं है। जेल जाने के दौरान उसके चेहरे पर कोई शिकन नजर नहीं आ रही थी।