अहमदाबाद में बुजुर्ग पर हमले की जानलेवा का किस्सा, बरेली में भी दोहराया गया

फरीदपुर की 85 साल की बुजुर्ग मां पर 5 लाख के लिए बेटे ने परिवार संग किया हमला

बुजुर्ग की हालत गंभीर, बेटी व बेटे ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कराया एडमिट

BAREILLY:

पहली औलाद हुई थी, वह भी बेटा। सारा प्यार, सारी ममता नन्हें बेटे पर उड़ेल दी। आने वाला कल नहीं जानती थी, फिर भी उम्मीद जरूर थी कि बुढ़ापे में जब शरीर साथ न देगा, तब यही बेटा सहारा बनेगा। आसरा देगा घर में ही नहीं दिल में भी, लेकिन अभागन थी रामलली शायद, जो कलियुग में बेटे से ऐसी उम्मीदें जोड़ ली। पति के गुजर जाने के बाद बड़ा बेटा सहारा तो नही जान का दुश्मन जरूर बन बैठा। जिस मां के होठों पर बेटे के लिए हमेशा दुआएं रहती थी, उसी गरीब मां को कपूत ने गाली गलौज कर घर से निकाल दिया। इतने पर भी मन न भरा तो मां की बुरी तरह पिटाई कर दी। बुजुर्ग मां मरणासन्न हालत में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडि1मट है।

छोटे बेटे ने दिया सहारा

फरीदपुर निवासी रामलली उम्र 85 साल के पांच बच्चे हैं। दो बेटियां, तीन बेटे। आरोप हैं कि बड़ा बेटा उमाशंकर व उसकी वाइफ बेहद झगड़ालू हैं। बड़ी बेटी सुशीला दिल्ली में परिवार संग रहती है। छोटी बेटी विद्यावती बरेली में ही ब्याही है। वहीं मंझला बेटा दया शंकर दिल्ली में नौकरी करता है और सबसे छोटा बेटा गिरीश शर्मा बरेली में ही किताबों की दुकान चलाता है। बड़े बेटे के खराब व्यवहार को देखते हुए मां रामलली ने उमाशंकर की बजाय छोटे बेटे संग रहना शुरू कर दिया।

जायदाद के लिए नाजायज मांग

पति के गुजर जाने के बाद फरीदपुर में रामलली के नाम 180 गज का मकान आया। मां ने तीनों बेटों में 60-60 गज जमीन बराबर बांट दी। परिजनों का आरोप है कि बड़ा बेटा उमाशंकर ज्यादा हिस्से के लिए आए दिन मां व छोटे भाई को धमकाता व गाली-गलौज करता। इमरजेंसी वार्ड में एडमिट गरीब रामलली दर्द से दुखती देह और नम आंखों से बताती हैं कि बड़ा बेटा 5 लाख रुपए देने के लिए दबाव बनाता है।

बेटों संग मां को मारी ईटे

राखी पर दिल्ली से आई रामलली की बड़ी बेटी सुशीला ने बताया कि फ्राइडे सुबह करीब 8 बजे मां छोटे बेटे के हिस्से वाले घर पर बैठी थी। इतने में 5 लाख रुपए न मिलने की खुन्नस में उमाशंकर व उसके बेटों ने बूढ़ी रामलली पर छत से ईटे मारनी शुरू कर दी। परिजनों ने बताया कि उमाशंकर मां को मारने के इरादे से ही हमले की योजना बनाए था। बुरी तरह घायल मां को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल एडमिट कराया। वहीं बड़े भाई उमाशंकर के खिलाफ फरीदपुर थाने में कंप्लेन की, लेकिन किसी ने मुकदमा दर्ज न किया।