युवक था जूता करीगर

योगेश पुत्र मोहन लाल निवासी सेक्टर-7 जगदीशपुरा का है। पिता मोहन लाल ऑटो चलाता है। योगेश दुकान पर जूते बनाने का काम करता है। योगेश की मां लता ने बताया कि वो करीब नौ दिन से लापता है। मां ने कहा कि ट्यूजडे ग्यारह बजे योगेश के किसी दोस्त का फोन आया था। योगेश घर से मां से कहकर गया था कि दोस्त के साथ घूमने जा रहा है। योगेश 12 जून को देर रात तक घर नहीं आया। परिवार के लोगों ने आसपास के दोस्तों जानकारी की। रिश्तेदारियों में भी फोन करके पूछा। लेकिन, उसके बारे में क ोई सुराग नहीं मिला। 13 जून को परिजनों ने थाना जगदीश पुरा में योगेश के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज करा दी।

शव मिला पोस्टमार्टम पर

परिजनों ने योगेश को खोजने के लिए दिन-रात एक कर दी। आगरा के अलावा अन्य जिलों में तलाश करना शुरू कर दिया। वहीं, किसी व्यक्ति ने योगेश का शव मथुरा के पीएम हाउस पर होने की पुष्टि की। मोहन लाल आनन-फानन में मथुरा पीएम पर पहुंचा। पीएम पर मोहन लाल ने लाश की पहचान बेटे योगेश के रूप में की।

गला रेतकर हुई हत्या

मथुरा पुलिस ने मृतक योगेश के पिता मोहन लाल को बताया कि उसकी लाश रैपुरा जाट हाइवे के किनारे मिली थी। योगेश की लाश कार के मैट पर लिपटी हुई थी। लाश के शरीर पर चोट के कई निशान थे। उसके गले को धारदार हथियार से रेता गया मालूम पड़ता है। फरह पुलिस ने लावारिस हालत में पोस्ट मार्टम के लिए एडमिट कराया था। पुलिस ने लाश क ो स्पाट से उठाने से पहले फोटो खिचवाएं थे। फोटो में योगेश के गले पर साफ निशान थे।

दोस्तों ने किया मना

मतृक योगेश के मां-बाप बेटे को मारने के पीछे दोस्त का हाथ बता रहे है। योगेश 12 जून को घर से निकलने से पहले दोस्त के साथ जाने की कह कर गया था। उसके सभी दोस्तों से पूछताछ कर ली है। लेकिन, किसी भी दोस्त ने उसके साथ जाने की बात स्वीकार नहीें कर रहा है।

इंसाफ को भटक रहे मां-बाप

मां-बाप मामले के जल्द से जल्द खुलासे के लिए एसएसपी सुनील चन्द्र वाजपेयी से मिले। पिता मोहन लाल बेटे के केस को मथुरा से आगरा ट्रान्सफर करवाने के लिए एसएसपी से गुहार की।