- व्यापारी के बेटे ने की थी अंडा व्यापारी के घर चोरी

- पुलिस ने बरामद किए 17 लाख 70 हजार के जेवरात

- चोरी करने वाला आरोपी दसवीं क्लास का है स्टूडेंट

Meerut: ख्क्0 बी में अंडा व्यापारी के घर लाखों रुपये की चोरी एक सर्राफा व्यापारी के बेटे ने की थी, जो दसवीं का स्टूडेंट्स है। सदर बाजार पुलिस ने उसे गिरफ्तार उसके कब्जे से चोरी किए क्7 लाख 70 हजार रुपये के जेवरात भी बरामद किए हैं। बताया जाता है कि उसके खर्चे इतने बढ़ गए थे कि उसने चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया।

क्या था मामला

सदर थाना एरिया के ख्क्0 बी में अनूप गर्ग का पूरा परिवार रहता है। ख्क् फरवरी ख्0क्भ् को अनूप अपने काम पर चले गए थे, दोपहर को पत्नी मंजू गर्ग शापिंग करने के लिए बाजार चली गई थी, जब घर लौटी थी तो सारा सामान बिखरा पड़ा था। पीडि़ता ने आनन-फानन में पति अनूप गर्ग को बुलाया था, जिसके बाद सदर बाजार पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की थी। अनूप गर्ग की तहरीर पर सदर बाजार थाने में मुकदमा कायम किया गया था। सीसीटीवी फुटेज में चोर कैद हो गया था।

पेट्रोल चोरी

एसएसपी सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि पूरे मामले से पर्दा उठ गया है। इस वारदात को अंजाम देने वाला सदर तेली मोहल्ला निवासी सर्राफा व्यापारी राजकुमार चड्ढा का बेटा मनीष चड्ढा है। एसएसपी ने बताया कि मनीष पेट्रोल चोरी करने के लिए ख्क्0बी में घूम रहा था, तभी उसने एक मकान का ताला बंद देखा तो दीवार फांदकर घर में घुस गया और वहां एक बॉक्स में रखी चाबी से घर के अंदर जाने वाला गेट खोल लिया, जिसके बाद सेफ खोलकर क्7 लाख 70 हजार रुपये के जेवरात चुरा लिए। पूरे जेवरात बरामद कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

तीसरी बार भरा फॉर्म

गलत संगत के चलते मनीष का पढ़ाई में भी मन नहीं लगा। दो बार हाईस्कूल की परीक्षा में फेल हो चुका है। ख्0क्ब्-क्भ् में हाईस्कूल की परीक्षा के लिए तीसरी बार वेस्ट एंड रोड स्थित एक इंग्लिश मीडियम स्कूल से फॉर्म भरा था, जिसके लिए तीन मार्च से परीक्षा होने वाली है। लेकिन चोरी करने के आरोप में पहली बार मनीष जेल जा चुका है। मनीष पर सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस ने लिखा पढ़ी भी ढंग से की है।

पूरे नहीं हो रहे खर्चे

इंस्पेक्टर सदर बाजार गजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि मनीष की छवि सही नहीं है, पूरा बिगड़ैल लड़का है। दिल ढलते ही रात को शराब पी लेना तमाम खराब शौक मनीष ने पाल रखे थे, जिसके लिए घर वालों ने पैसा बंद कर दिया था। करीब छह महीने पहले मनीष अपने मां के जेवरात चुराकर बाजार में बेच आया था। जिसके बाद घर वालों ने मनीष की खूब पिटाई की थी, लेकिन पिटाई के बाद भी मनीष नहीं सुधरा और अपने परिवार का नाम गंदा करता रहा।