-नवाबगंज थानाक्षेत्र के बरईपुर रामनगर की घटना

-लखनऊ में रहकर करता था प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी

ALLAHABAD: एक बार फिर तनाव एक प्रतियोगी छात्र की जान पर भारी पड़ गया। नवाबगंज थाना क्षेत्र के बरईपुर रामनगर में रविवार दोपहर प्रतियोगी छात्र ने पिता की लाइसेंसी बंदूक से अपनी कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। छात्र की मौके पर मौत हो गई। गोली की आवाज सुन परिजनों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना में प्रयुक्त राइफल को भी कब्जे में ले लिया गया। परिजनों ने पुलिस को उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की बात बताई है।

एक हफ्ते से था घर

उक्त गांव निवासी राममूíत विश्वकर्मा सोरांव के गद्दोपुर में ऑटो पा‌र्ट्स की दुकान करते हैं। उनका बड़ा लड़का आलोक उर्फ अश्वनी विश्वकर्मा 22 वर्ष लखनऊ में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता था। पिछले एक सप्ताह से वह घर आया हुआ था। रविवार दोपहर उसने अपने आप को पिता के कमरे में बंद कर लिया और उनकी लाइसेंसी राइफल से खुद की कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुन उसकी मां, बहन व छोटा भाई अभिषेक कमरे की ओर दौडे़। दरवाजा बंद होने के चलते और चीख-पुकार सुन आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे। कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा तो बिस्तर पर अश्वनी का शव पड़ा हुआ था। यह देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

जानकारी होते ही पहुंचे पिता

घटना की जानकारी पाकर राममूíत विश्वकर्मा भी दुकान छोड़कर आनन-फानन में पहुंच गए। सूचना पर पहुंची नवाबगंज पुलिस ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। मौके पर सीओ सोरांव जितेन्द्र गिरी भी पहुंच गए और इस बाबत परिजनों से पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अश्वनी मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घटना में प्रयुक्त लाइसेंसी राइफल को कब्जे में ले लिया। आलोक का एक छोटा भाई व दो बहन है। मां व भाई-बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

बड़े पद पर पोस्टेड दोनों चाचा

आलोक के पिता राममूíत तीन भाई है। मृतक आलोक के एक चाचा प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री के निजी सचिव बताए जाते है तो दूसरे चाचा शिक्षा विभाग में तैनात है। घटना की सूचना उन्हें भेज दी गई है।