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RANCHI: कुख्यात सोनू इमरोज हत्याकांड में मुख्य शूटर शमशाद ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि यदि वह और उसका गैंग सोनू इमरोज की हत्या नहीं करता तो वो उनलोगों की हत्या करवा देता। वह और मो शाहिद उसके निशाने पर थे। गौरतलब हो कि चार नवंबर 2018 को दिनदहाड़े डेली मार्केट थाना के पास बेखौफ शमशाद ने अपने गुगरें के साथ सोनू इमरोज के सीने में गोली मार कर हत्या कर दी थी। इसके पूर्व मो शाहिद और शमशाद ने हिंदपीढ़ी एरिया में ही ठेकेदार गजेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

बड़ा तालाब के पास हुआ था अरेस्ट
शमशाद को कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में डेली मार्केट और कोतवाली थानेदार ने रांची के बड़ा तालाब के पास से गिरफ्तार किया था। सोनू इमरोज की हत्या कर फरार हुए शमशाद की तलाश में पुलिस की टीम लगातार लगी हुई थी। रांची पुलिस की टेक्निकल टीम लगातार उसके लोकेशन पर नजर रख रही थी।

दोनों गैंग के बीच पुरानी रंजिश
सोनू इमरोज रांची का कुख्यात अपराधी था। उसने कई हत्याकांड को अंजाम दिया था। वहीं शमशाद का भी पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। शमशाद और सोनू इमरोज गैंग के बीच अक्सर खूनी संघर्ष होते रहते थे। शमशाद के अनुसार, करीब दो वषरें से दोनों गैंग के बीच खूनी अदावत चल रही थी। मारवाड़ी कॉलेज के पीछे की एक जमीन में रंगदारी के विवाद में पहले भी सोनू इमरोज ने शमशाद पर गोली चलाई थी। सोनू इमरोज हत्याकांड में कारू लूल्हा और चमड़ा छोटू पहले ही जेल जा चुके हैं। दोनों ने 27 नवंबर 2018 को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।