Sooraj Barjatya Exclusive Interview Talks About Salman Bollywood Films

'हर बार संस्कारी बहू एक्सपेक्ट नहीं कर सकते'

मुंबई (ब्यूरो): बॉलीवुड में फैमिली फिल्मों की कमान संभाले फिल्ममेकर सूरज बडज़ात्या जल्द ही ऐसी फिल्म लेकर आ रहे हैं, जो कुछ दोस्तों की कहानी है। फैमिली से फ्रेंड्स पर स्विच करने के पीछे क्या था उनका थॉट प्रॉसेज, ये बताया खुद उन्होंने एक इंटरव्यू में...

सवाल- 'हम आपके हैं कौन', 'हम साथ-साथ हैं' और अब 'हम चार'। इस 'हम' के साथ कौन सा स्पेशल कनेक्शन है?
जवाब- मैंने कभी इस एस्पेक्ट से 'हम' के बारे में नहीं सोचा। ऐसा कोई कनेक्शन नहीं है। हम से हमारा मतलब फैमिली के साथ होने से ज्यादा होता है ना कि किसी और वजह से।

सवाल- ये पहली बार है जब आप फैमिली को छोड़ दोस्तों पर फिल्म बनाने रहे हैं। ये चेंज कैसे?
जवाब- कुछ वक्त से मैं एक कंटेंप्रेरी फिल्म बनाने के बारे में सोच रहा था। मेरी फिल्में हमेशा फैमिली ओरिएंटेड होती हैं और 35 साल या उससे ऊपर के एज ग्रुप के लिए होती हैं। मैं अपनी ऑडियंस के बारे में जानता हूं। जब मैंने गौरी शिंदे और शूजीत सरकार की फिल्में देखीं, तो सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा बनाया जाए जो कंटेंप्रेरी भी हो और मेरी ऑडियंस को भी सूट करता हो। हम अपनी अपकमिंग फिल्म में ये दिखा रहे हैं कि फैमिली सिर्फ खून के रिश्तों तक लिमिटेड नहीं है।

सवाल- क्या आपको लगता है कि आज के ट्रेंड में अभी भी फैमिली ड्रामा देखने वाली ऑडियंस है?
जवाब- हां, बिल्कुल है। बधाई हो इसका प्योर एग्जाम्पल है। आज फैमिली का मतलब सिर्फ ज्वॉइंट फैमिली नहीं है। अगर मैं हमेशा ही ऐसा कुछ बनाऊंगा जिसमें सबकुछ अच्छा और स्वीट हो तो ये काम नहीं करेगा और न ही लोग उस पर विश्वास करेंगे। आज फैमिली का मतलब बॉन्डिंग है जो किसी के साथ भी हो सकती है, भाई, दोस्त वगैरह। आप हर बार संस्कारी बहू एक्सपेक्ट नहीं कर सकते या किसी से कुछ भी एक्सपेक्ट नहीं कर सकते क्योंकि सभी अपनी लाइफ में बिजी हैं।

सवाल- आपने सलमान और भाग्यश्री को लॉन्च किया था और अब अपनी अपकमिंग फिल्म 'हम चार' में भी नए चेहरों को लॉन्च कर रहे हैं। क्या आप खुद को इनके करियर के लिए रिस्पॉन्सिबल मानते हैं?
जवाब- एक हद तक मैं सेलफिश हो सकता हूं, लेकिन मेरा काम है सिर्फ फिल्म के साथ जस्टिस करना और अगर फिल्म चल जाती है, तो सबका करियर बन जाता है।

सवाल- हमेशा सलमान ही आपकी पहली च्वॉइस क्यों होते हैं?
जवाब- जब भी मैं किसी सŽजेक्ट के बारे में सोचता हूं, तो सबसे पहले उनका ही चेहरा मेरे सामने आता है। ऐसा क्यों होता है, ये समझाना पॉसिबल ही नहीं।

सवाल- आज की जेनरेशन के एक्टर्स में आप किसके साथ काम करना चाहेंगे?
जवाब- सभी अच्छे हैं फिर वो आयुषमान हों, राजकुमार राव या नवाजुद्दीन सिद्दिकी। ये सभी ब्रिलियंट हैं।

सवाल- सलमान को प्रेम आपने बनाया। इतने सालों में आपका और सलमान का रिलेशनशिप कैसा है?
जवाब- हम एक-दूसरे को 32 सालों से जानते हैं और हमारा रिश्ता वैसा ही है जैसा पहले था। एक पर्सन के तौर पर हमने ग्रो नहीं किया और इसका क्रेडिट सलमान को जाता है। इतनी सक्सेस के बावजूद, वो आज भी पहले जैसे ही हैं। हम दोनों ने 20 साल की उम्र से काम शुरू किया था। उनका पहला शॉट, पहली हार, पहली बार उनकी आवाज को डबिंग से रिप्लेस किया जाना और उन्हें स्टूडियो से इसलिए जाते हुए देखना क्योंकि वहां एक टॉप स्टार रिकॉर्ड कर रहा था, ये सब कुछ हमने साथ में देखा है।

मुंबई (ब्यूरो): बॉलीवुड में फैमिली फिल्मों की कमान संभाले फिल्ममेकर सूरज बड़जात्या जल्द ही ऐसी फिल्म लेकर आ रहे हैं, जो कुछ दोस्तों की कहानी है। फैमिली से फ्रेंड्स पर स्विच करने के पीछे क्या था उनका थॉट प्रॉसेज, ये बताया खुद उन्होंने एक इंटरव्यू में...

सवाल- 'हम आपके हैं कौन', 'हम साथ-साथ हैं' और अब 'हम चार'। इस 'हम' के साथ कौन सा स्पेशल कनेक्शन है?

जवाब- मैंने कभी इस एस्पेक्ट से 'हम' के बारे में नहीं सोचा। ऐसा कोई कनेक्शन नहीं है। हम से हमारा मतलब फैमिली के साथ होने से ज्यादा होता है ना कि किसी और वजह से।

सवाल- ये पहली बार है जब आप फैमिली को छोड़ दोस्तों पर फिल्म बनाने रहे हैं। ये चेंज कैसे?

जवाब- कुछ वक्त से मैं एक कंटेंप्रेरी फिल्म बनाने के बारे में सोच रहा था। मेरी फिल्में हमेशा फैमिली ओरिएंटेड होती हैं और 35 साल या उससे ऊपर के एज ग्रुप के लिए होती हैं। मैं अपनी ऑडियंस के बारे में जानता हूं। जब मैंने गौरी शिंदे और शूजीत सरकार की फिल्में देखीं, तो सोचा कि क्यों न कुछ ऐसा बनाया जाए जो कंटेंप्रेरी भी हो और मेरी ऑडियंस को भी सूट करता हो। हम अपनी अपकमिंग फिल्म में ये दिखा रहे हैं कि फैमिली सिर्फ खून के रिश्तों तक लिमिटेड नहीं है।

सवाल- क्या आपको लगता है कि आज के ट्रेंड में अभी भी फैमिली ड्रामा देखने वाली ऑडियंस है?

जवाब- हां, बिल्कुल है। बधाई हो इसका प्योर एग्जाम्पल है। आज फैमिली का मतलब सिर्फ ज्वॉइंट फैमिली नहीं है। अगर मैं हमेशा ही ऐसा कुछ बनाऊंगा जिसमें सबकुछ अच्छा और स्वीट हो तो ये काम नहीं करेगा और न ही लोग उस पर विश्वास करेंगे। आज फैमिली का मतलब बॉन्डिंग है जो किसी के साथ भी हो सकती है, भाई, दोस्त वगैरह। आप हर बार संस्कारी बहू एक्सपेक्ट नहीं कर सकते या किसी से कुछ भी एक्सपेक्ट नहीं कर सकते क्योंकि सभी अपनी लाइफ में बिजी हैं।

सवाल- आपने सलमान और भाग्यश्री को लॉन्च किया था और अब अपनी अपकमिंग फिल्म 'हम चार' में भी नए चेहरों को लॉन्च कर रहे हैं। क्या आप खुद को इनके करियर के लिए रिस्पॉन्सिबल मानते हैं?

जवाब- एक हद तक मैं सेलफिश हो सकता हूं, लेकिन मेरा काम है सिर्फ फिल्म के साथ जस्टिस करना और अगर फिल्म चल जाती है, तो सबका करियर बन जाता है।

सवाल- हमेशा सलमान ही आपकी पहली च्वॉइस क्यों होते हैं?

जवाब- जब भी मैं किसी सŽजेक्ट के बारे में सोचता हूं, तो सबसे पहले उनका ही चेहरा मेरे सामने आता है। ऐसा क्यों होता है, ये समझाना पॉसिबल ही नहीं।

सवाल- आज की जेनरेशन के एक्टर्स में आप किसके साथ काम करना चाहेंगे?

जवाब- सभी अच्छे हैं फिर वो आयुषमान हों, राजकुमार राव या नवाजुद्दीन सिद्दिकी। ये सभी ब्रिलियंट हैं।

सवाल- सलमान को प्रेम आपने बनाया। इतने सालों में आपका और सलमान का रिलेशनशिप कैसा है?

जवाब- हम एक-दूसरे को 32 सालों से जानते हैं और हमारा रिश्ता वैसा ही है जैसा पहले था। एक पर्सन के तौर पर हमने ग्रो नहीं किया और इसका क्रेडिट सलमान को जाता है। इतनी सक्सेस के बावजूद, वो आज भी पहले जैसे ही हैं। हम दोनों ने 20 साल की उम्र से काम शुरू किया था। उनका पहला शॉट, पहली हार, पहली बार उनकी आवाज को डबिंग से रिप्लेस किया जाना और उन्हें स्टूडियो से इसलिए जाते हुए देखना क्योंकि वहां एक टॉप स्टार रिकॉर्ड कर रहा था, ये सब कुछ हमने साथ में देखा है।

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