- अखिलेश से मिले शिवपाल, लेकिन नहीं बनी बात

- अमर और नरेश अग्रवाल ने किए जवाबी हमले

- मुलायम करने वाले थे अहम ऐलान, बदला प्लान

LUCKNOW :समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने गये तो उम्मीद जगी कि पार्टी की रार जल्द खत्म हो सकती है। कयास लगाए जाने लगे कि शिवपाल ने अखिलेश के सामने सुलह का कोई नया फार्मूला रखा है। इसके बाद दोपहर दो बजे मुलायम की प्रेस कांफ्रेंस का ऐलान हुआ। तभी काबीना मंत्री आजम खान ने मुलायम के घर में इंट्री ली और प्रेस कांफ्रेंस निरस्त कर दी गयी। कुछ ही देर में अमर सिंह का बयान आ गया जिसमें उन्होंने अखिलेश गुट को जमकर आड़े हाथ लिया। इस उठापटक से साफ हो गया कि सपा में फिर दोनों खेमे फिलहाल पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और सुलह की कवायद आगामी नौ जनवरी को चुनाव आयोग में जवाब दाखिल करने तक जारी रहेगी।

मुलायम से नहीं मिले अखिलेश

अखिलेश और शिवपाल की मुलाकात के बाद यह कयास लगने लगे थे कि जल्द ही अखिलेश यादव पिता मुलायम से मुलाकात कर मामले का हल निकाल सकते हैं। इसके बाद मुलायम के घर तमाम नेता आए लेकिन अखिलेश यादव नहीं। सुबह शिवपाल के साथ अमर सिंह मुलायम से मिलने गये। इसके बाद बेनी प्रसाद वर्मा, ओमप्रकाश सिंह, नारद राय, आशू मलिक, शारदा प्रताप शुक्ला भी आ गये। इस दौरान सबकी नजरें तीन बजे नई दिल्ली में रामगोपाल यादव द्वारा चुनाव आयोग जाकर विधायकों के हलफनामे सौंपने पर भी थी। दोपहर दो बजे तक अखिलेश ने मुलायम के घर का रुख नहीं किया तो शिवपाल अमर सिंह को साथ लेकर अपने घर चले गये। वहीं मुलायम ने प्रेस कांफ्रेंस करने की घोषणा कर दी। तभी काबीना मंत्री आजम खान मुलायम के घर आ गये और प्रेस कांफ्रेंस स्थगित कर दी गयी। इसके बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर फिर शुरू हो गया। पहले अमर सिंह ने अखिलेश गुट पर हमला किया तो इसके जवाब में नरेश अग्रवाल ने अमर सिंह को विलेन करार दे डाला। वहीं शिवपाल यादव ने आजम खान के घर का रुख किया तो फिर से सुलह की उम्मीदें जगने लगीं।

अमर और नरेश ने एक-दूसरे पर किया पलटवार

मुलायम के घर से निकलने के बाद अमर सिंह ने नरेश अग्रवाल, किरनमय नंदा समेत अखिलेश गुट पर जोरदार हमला बोला। अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि जो कौमी एकता दल के विधायक शिवपाल के साथ रहने पर दागी थे, वे अखिलेश के पक्ष में हलफनामा देने पर पाक-साफ हो गये। शायराना अंदाज में बोले कि लड़ाई जब अपनों से हो तो ज्यादा मुश्किल होती है। वहीं नरेश अग्रवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्हें सर्वदलीय अनुभव है, वे मुझे भाजपा का एजेंट कह रहे हैं। किरनमय नंदा पर बोले कि जो ठीक से हिंदी नहीं बोल पाते, वे कहते हैं कि मैं यहां बिजनेस करने आया हूं। मैंने कोई ठेका-पट्टा लिया हो, ट्रांसफर उद्योग चलाया हो तो उसकी जांच करा लें। बोले कि राजनीति बड़ी क्रूर होती है, पूरे विवाद में मुलायम अकेले और बेहैसियत रह गये हैं। जिनके घर पर मुख्यमंत्री पले-बढ़े, आज उन्हीं चाचा के वे विरोधी हो गए। हम और शिवपाल चाहते हैं कि इस मामले का हल निकले, हम लोग अखिलेश के विरोधी नहीं हैं। नेताजी का सम्मान बरकरार रहे और अखिलेश का यशस्वी नेतृत्व कायम रहे।

अमर के आने से सुलह नहीं

वहीं इसके जवाब में राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि साजिश करने वाले कुछ लोगों ने नेताजी को घेर रखा है। वे नहीं चाहते कि नेताजी और अखिलेश आपस में बातचीत कर इस मामले का हल निकाल सकें। अमर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग जब बच्चे थे, मैंने राजनीति शुरू कर दी थी। अमर सिंह लखनऊ न आते तो मामला सुलझ जाता, लेकिन अब वे यहां आ गये हैं तो मामला सुलझना मुश्किल लग रहा है। कुछ लोग कंफ्यूजन पैदा कर रहे हैं। जब पार्टी ने अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है तो विवाद किस बात का है। अब अखिलेश ही पार्टी के नेता हैं। मैं अपनी हैसियत के बराबर वालों को ही जवाब देता हूं।

टाइमलाइन

- 10 बजे शिवपाल और अमर सिंह फिर मुलायम के घर गये

- 10.30 बजे शिवपाल ने 5, केडी जाकर अखिलेश से मुलाकात की

- 01 बजे बेनी प्रसाद वर्मा, ओमप्रकाश सिंह और नारद राय भी मुलायम के घर आए

- 01.45 बजे शिवपाल यादव अमर सिंह को साथ लेकर अपने घर चले गये

- 02 बजे मुलायम ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाने की घोषणा की

- 2.15 बजे आजम खान मुलायम सिंह यादव के घर पहुंचे

- 2.25 बजे मुलायम ने प्रेस कांफ्रेंस रद की

- 3.30 बजे शिवपाल के घर से निकले अमर, गोमतीनगर स्थित अपने घर गये

- 4.30 बजे शिवपाल यादव बातचीत करने आजम खान के घर पहुंचे