छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : नगर विकास विभाग 50 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना का विस्तार करने जा रहा है। इसके तहत मानगो अक्षेस जलापूर्ति प्लांट में स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट सिस्टम लगाएगी। इसके तहत एक ऐसा डिवाइस लगाया जाएगा जो वाटर सप्लाई की गुणवत्ता में इजाफा कर देगा। ये डिवाइस बताएगा कि सप्लाई किए जा रहे पानी की गुणवत्ता क्या है। पानी की गुणवत्ता खराब होने पर डिवाइस फौरन बीप करेगा। योजना के तहत कितने अवैध कनेक्शन हैं और कहां-कहां पाइप लाइन में लीकेज है। यही नहीं, पूर्व में कितने अवैध कनेक्शन थे, ये भी डिवाइस से लगी स्क्रीन पर नजर आएगा। इससे जहां लोगों को शुद्ध पानी मिलेगा वहीं अवैध कनेक्शन बंद खत्म होंगे।

मानगो अक्षेस करेगी देखभाल

मानगो जलापूर्ति योजना की देखरेख अभी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग करता है। अब इसकी देखरेख मानगो अक्षेस खुद करने जा रहा है। दिसंबर तक मानगो जलापूर्ति योजना पूरी तरह मानगो अक्षेस की देखरेख में आ जाएगी। इधर, नगर विकास विभाग के सूडा ने हैदराबाद की कंपनी दाराशा को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। दाराशा के कंसल्टेंसी डिवीजन के वाइस प्रेसीडेंट विवेकानंद शर्मा और इंजीनियर शुभांगी राणा ने बुधवार को मानगो अक्षेस आकर नगर प्रबंधक देवाशीष प्रधान से इस संबंध में बैठक की।

30 करोड़ में लगेगा स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट

दाराशा के कंसल्टेंसी डिवीजन के वाइस प्रेसीडेंट विवेक शर्मा ने बताया कि मानगो जलापूर्ति योजना में सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्विजीशन (एससीएडीई) डिवाइस लगाया जाएगा। इस डिवाइस की कीमत 30 करोड़ रुपये के आसपास है। ये डिवाइस दिसंबर तक जलापूर्ति योजना में लगा दिया जाएगा और इसके बाद योजना को मानगो अक्षेस अपनी देखरेख में ले लेगा। अभी मानगो अक्षेस पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को देखरेख के लिए सालाना ढ़ाई करोड़ रुपये देता है।