PATNA: समाज कल्याण विभाग महिलाओं के स्वास्थ्य जांच के लिए हेल्थ कार्ड बनाने की तैयारी में है। इसमें सिविल सर्जन से लेकर आंगनबाड़ी सेविकाओं, आशा कार्यकर्ताओं और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर तैनात चिकित्सकों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा हेल्थ कार्ड बनाने में वित्तीय मदद दी जाएगी। मंत्रालय ने पत्र लिखकर प्रधान सचिव को इस बारे में अवगत कराया है। मंत्रालय ने सरकार से यह प्रस्ताव भी मांगा है कि बिहार में कितनी महिलाओं को लक्ष्य करके हेल्थ कार्ड बनाया जा सकता है।

एनीमिया एक बड़ी समस्या

समाज कल्याण विभाग स्वास्थ्य विभाग के साथ महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए 'हेल्थ कार्ड' का प्रस्ताव किया है। हेल्थ कार्ड में महिलाओं की पांच से छह प्रमुख बीमारियों की जांच सरकारी अस्पतालों में अनिवार्य होगी। इनमें कैंसर और टीबी जैसी बीमारियां शामिल हैं। सरकारी अस्पतालों में महिलाओं के लिए और किन रोगों की जांच की सुविधा दी जाएगी, इसके लिए समाज कल्याण विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलकर एक प्रस्ताव तैयार करेगा। फिलहाल समाज कल्याण विभाग ने स्वास्थ्य विभाग से कार्ड बनाने के लिए सहमति मांगी है। इसके बाद विभाग की ओर से हेल्थ कार्ड बनाने संबंधी प्रस्ताव को केंद्र सरकार को वित्तीय मदद के लिए भेजा जाएगा।