Jamshedpur: दिवाली की रात कार्तिक अमावस्या को मां काली की पूजा-अर्चना की जाएगी। अमावस्या तिथि का मुहूर्त 19 अक्टूबर रात 12.13 बजे से शुरू होकर 20 अक्टूबर 12.41 बजे पर समाप्त होगा। पंडितों के मुताबिक मां काली अपने भक्तों की रक्षा कर शत्रुओं का नाश करती हैं। इतना ही नहीं मां की पूजा करने से तंत्र-मंत्र का असर भी खत्म हो जाता है। मां काली की पूजा दो माध्यम से की जा सकती है। एक सामान्य और दूसरी तंत्र पूजा। सामान्य पूजा तो कोई भी कर सकता है लेकिन तंत्र पूजा बिना गुरु के संरक्षण और निर्देशों के नहीं की जा सकती।

 

मध्य रात्रि सही समय

पंडितों से मिली जानकारी के मुताबिक मां काली की पूजा का सही समय मध्य रात्रि का होता है। मां काली की पूजा में लाल और काली वस्तुओं का विशेष महत्व है। मां दुर्गा के स्वरूप की तरह उनकी आराधना का विधान भी अलग-अलग है। शक्ति के नौ स्वरूपों में मां काली को प्रसन्न करना सबसे अहम है, क्योंकि उन्हें साक्षात काल की देवी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार मां काली अगर अपने भक्त पर प्रसन्न हो जायें, तो वह उसके सारे कष्ट दूर कर देती हैं।

 

इस मंत्र के जाप से दूर होंगे कष्ट

पौराणिक मान्यता के अनुसार 'ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै' यह मंत्र मां काली के स्वरूप को समर्पित है। यह मंत्र व्यक्ति के सभी ग्रहों को नियंत्रित करता है। नित्य इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

 

कैसे करें पूजा

वैसे तो मां काली की पूजा प्रत्येक दिन होती है, लेकिन कार्तिक मास की अमावस्या को श्रद्धाभाव और मनोयोग से अ‌र्द्धरात्रि में मां काली की पूजा खासा सिद्ध होती है। पूजा की शुरुआत में घर में देवी काली की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें। स्नान करके साफ कपड़े पहनकर मां की प्रतिमा के सामने दीप जलाएं। लाल गुड़हल के फूल समर्पित करें। इसके बाद आसन पर बैठकर 'ओम् ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै' मंत्र का 108 बार जाप करें। मां को इस मौके पर भोग अर्पण करना भी जरूरी होता है।

 

यहां हो रही सार्वजनिक पूजा

शहर में करीब 135 स्थानों पर सार्वजनिक रूप से काली पूजा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार से ही काली पूजा पंडालों का उद्घाटन का दौर शुरू हो गया। बिष्टुपुर रामदास भट्ठा, ¨हद क्लब कदमा, सोनारी हवाई अड्डा, सोनारी डी रोड, टेल्को में सबुज कल्याण संघ के पास, चिडि़या पार्क के पास, घोड़ाबांधा दुर्गा-काली पूजा कमेटी, गोविंदपुर सामुदायिक विकास केंद्र के पास, लिट्टी चौक एग्रिको, भालूबासा तारापोर स्कूल के पास, परसुडीह और भुइयांडीह मां तारा काली पूजा कमेटी के साथ ही टिनप्लेट काली मंदिर, भुइयांडीह काली मंदिर, बेल्डीह कालीबाड़ी, रंकिणी मंदिर कदमा, जमशेदपुर दुर्गाबाड़ी व साकची दुर्गाबाड़ी सहित अन्य देवी मंदिरों भव्य रूप से काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है। बिष्टुपुर स्थित परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी मंदिर में सदाशिव झा के संयोजन में पंडित गोविंद झा आदि शक्ति मां काली का षोडषोपचार पूजन कराएंगे। हवन, आरती के बाद प्रसाद वितरण होगा। इसमें मंदिर समिति के तमाम सदस्य सपरिवार शामिल होंगे।

 

जा पंडाल का उद्घाटन

गोलमुरी के जॉगर्स पार्क में नवयुवक चेतना मंच द्वारा आयोजित काली पूजा पंडाल का विधिवत उद्घाटन बुधवार को हुआ। पूजा कमेटी के संयोजक अप्पू तिवारी ने बताया कि उद्घाटन समारोह में बतौर अतिथि टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर। रवि प्रसाद, भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रविंद्र झा, समाजसेवी शिवशंकर सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा समेत अन्य लोग मौजूद थे। गुरुवार की रात मां काली की विधिवत आराधना के बाद महाप्रसाद वितरित होगा।