घाटी में संवेदनशीलता बढ़ने पर मुदाय विशेष के बीच प्रचारित हो रहे भड़काऊ वीडियो और मैसेज

मेरठ के कुछ इलाकों में भी पुलिस को मिले हैं इनपुट, एडीजी जोन के निर्देशन में सर्विलांस सक्रिय

Meerut। 'सीमा पर बढ़ रहे तनाव से घाटी के हालात नाजुक बने हुए हैं, वहां लोगों को भारी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। हमें कश्मीर घाटी में रहने वाले लोगों के साथ खड़ा होना होगा.' पुलवामा कांड के बाद एक ओर जहां देशभर में आतंकियों और उनके सरपरस्तों के प्रति आक्रोश है तो वहीं समुदाय विशेष में एक सोची-समझी योजना के तहत कुछ भड़काऊ वीडियो और मैसेज प्रसारित किए जा रहे हैं। घाटी में रहने वाले लोगों के प्रति संवेदनशीलता दर्शाते हुए यह वीडियो और मैसेज में देशभर में समुदाय विशेष के बीच प्रसारित किए जा रहे हैं।

संवेदनशील वीडियो

एक जानकारी के मुताबिक मेरठ जोन के विभिन्न जनपदों में समुदाय विशेष के बीच पुलवामा कांड के बाद कुछ खास तरह के वीडियो और मैसेज फ्लैश किए जा रहे हैं। ये भड़काऊ हैं और इनमें कश्मीर घाटी में रह रहे लोगों के प्रति संवेदना और समर्थन जुटाने का आह्वान किया गया है। साफ तौर पर बोले तो देश की आर्मी और पैरा मिलिट्री फोर्सेस की कार्रवाई को इन वीडियो और मैसेज में नकारात्मक तरीके से पेश किया जा रहा है। जेहादियों और पत्थरबाजों को हीरो बना रहे यह वीडियो यह संदेश देना चाह रहे हैं कि कोई यूं ही हथियार या पत्थर नहीं उठाता। लॉ एंड आर्डर के लिए चैलेंज बन रहे इन मैसेज पर पुलिस की नजर है। एडीजी जोन के निर्देशन में सर्विलांस की टीमों ने ऐसे मैसेजस और वीडियो पर नजर रखनी शुरू कर दी है।

भड़काऊ हैं संदेश

वीडियो और मैसेज बेहद भड़काऊ हैं और इन्हें धर्म के साथ भी जोड़ा गया है। पुलवामा कांड के बाद देशभर में जहां शहीद हुए जवानों के प्रति संवेदनाएं हैं तो वहीं क्षेत्र विशेष में प्रचारित इन वीडियोज में जघन्य वारदातों पर खुशी का इजहार किया जा रहा है। पुलवामा, उरी समेत देश में गत दिनों हुए बड़ी आतंकी वारदातों के वीडियोज के अलावा साथ आतंकी संगठनों के मैसेज भी वीडियो में फ्लैश हो रहे हैं। मेरठ जोन के विभिन्न जनपदों से मिले इनपुट के बाद एडीजी जोन प्रशांत कुमार ने सर्विलांस टीमों को सक्रिय कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक मेरठ-मुजफ्फनगर के सघन इलाकों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे वीडियोज और मैसेज प्रसारित हो रहे हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से फैल रहे यह इन वीडियोज का सोर्स तलाशने का काम सर्विलांस सेल ने शुरू कर दिया है।

असामाजिक तत्वों पर नजर

वहीं दूसरी ओर एडीजी जोन के निर्देश पर ही सभी जनपदों में सर्विलांस सेल को असामाजिक तत्वों और संवेदनशील व्यक्तियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। पूर्व में हुई सांप्रदायिक घटनाओं में नकारात्मक भूमिका निभाने वाले और ऐसे लोग जो किसी भी नाजुक स्थिति में दंगा भड़का सकते हैं, इन्हें चिह्नित किया जा रहा है। ऐसे लोगों की गतिविधियां और कॉम्युनिकेशन पर पुलिस की नजर है। सीमा पर बढ़ रहे तनाव का देश के आंतरिक हिस्सों में असर देखने के लिए लोकल इंटेलीजेंस को भी सक्रिय कर दिया गया है।

सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो और मैसेज फ्लैश होने की जानकारी मिली है। किसी भी संवेदनशील गतिविधि पर नजर रखने के निर्देश जनपद की सर्विलांस टीमों को दिया गया है। देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर पुलिस चौकस है।

प्रशांत कुमार, एडीजी जोन, मेरठ