नहीं है अधिक ऊंचाई

शहर के व्यस्तम इलाके चारबाग में रवींद्रालय से चंद कदमों की दूरी पर फुटओवर ब्रिज बनाया गया हैइसकी ऊंचाई रोड से लगभग 12 मीटर हैऐसा ही ओवरब्रिज आलमबाग बस स्टैंड के सामने और पॉलीटेक्निक चौराहे के पास बना हुआ हैविभागीय अधिकारियों के अनुसार, लोगों को बहुत अधिक जीने न चढऩे पड़ेइसलिए इनकी ऊंचाई बहुत अधिक नहीं रखी गई हैइन ब्रिज का खास मकसद यह था कि लोगों को रोड क्रॉस करने में किसी तरह की परेशानी न होनगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि इन जगहों पर सबसे अधिक भीड़ होती हैजिन जगहों पर पुल बने हुए हैं, वहां पर जाम भी बहुत लगता रहा है.

विभाग को है डर

कई बार वाहनों की स्पीड तेज होने के कारण कई बार एक्सीडेंट भी हो जाते थेअक्सर इसका शिकार पैदल चलने वाले ही होते थे, लेकिन इसके निर्माण के बाद भी पैडेस्ट्रियन इसका यूज बहुत कम करते मिलेइन पुलों पर तमाम लोगों ने अपनी दुकानें सजा ली हैंहालांकि, विभाग ने इन पुलों को संवारने के लिए इन पर विज्ञापन के लिए आवेदन मांगे हैं, लेकिन अब विभाग को इस बात का भी डर है कि मेट्रो सेल का जवाब आते ही इन पुलों को हटाया भी जा सकता है

कम होगी हाइट

नगर निगम के कर्मचारियों ने बताया कि अभी तक यह बताया जा रहा है कि मेट्रो के लिए छह से सात मीटर की ऊंचाई ही डिमांड की गई हैलेकिन, पुल और मेट्रो के बीच में छह मीटर का अंतर काफी कम होगाये रिस्की हो सकता हैऐसे में इन पुलों को गिराया जा सकता हैइस फुटओवर ब्रिज से वैसे ही इस पर से नहीं चलते हैं

क्‍या कहते हैं अधिकारी

मैंने मेट्रो सेल को लेटर लिखकर उनसे जानकारी मांगी है कि शहर में बने फुटओवर ब्रिज कहीं उनके रास्ते की रुकावट तो नहीं बन रहे हैंलेकिन, अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया हैशहर में जहां तीन जगह पर फुटओवर ब्रिज बने हैंवहां पर मेट्रो रूट तय किया जा चुका है

- राकेश सिंह

सिटी कमिश्नर