विज्ञान और आध्यात्म की टक्कर


Spiritual world in book fair


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Allahabad: प्रयाग में लगे नेशनल बुक फेयर के वैसे तो कई रंग हैं। लेकिन इस मेले में देशभर से आए पब्लिशर्स अपने साथ आध्यात्म की दुनिया का वह अनूठा संसार भी लेकर आ गए हैं जो रहस्य और रोमांच से भरी पड़ी है। रोचक तथ्य तो यह है कि आज के युग में जब दुनिया विज्ञान और टेक्नोलॉजी की ओर तेजी से आकर्षित हो रही है, तब पुस्तक मेले में एक ओर जहां ज्ञान और विज्ञान की पुस्तकों के इर्द-गिर्द लोगों की भारी भीड़ जमा है, वहीं दूसरी ओर आध्यात्मिक पुस्तकों के स्टाल्स पर भी वैसा ही मजमा लगा है। जिसमें जज, वकील, पत्रकार से लेकर हर छोटा बड़ा शख्स शामिल हैं. 

ओशो, स्वामी विवेकानंद की ओर रुझान
मेले में आई कटरा की रहने वाली अनुपमा और उनके पति देवेश आध्यात्मिक किताबों को लेने के लिए जमा भीड़ को देखकर खुद को नहीं रोक सके और वे भी झट से पहुंच गए ओशो, स्वामी विवेकानन्द, दलाई लामा, महात्मा बुद्ध, रामकृष्ण परमहंस आदि की पुस्तकों को टटोलने, जानने और समझने के लिए. 

इन्हें तो विश्वास ही नहीं था
आध्यात्मिक किताबों के प्रति लोगों का रुझान देखकर उत्साहित बनारस के ओशो मंदाकिनी आश्रम से आए स्वामी आनन्द देव जी कहते हैं कि उन्हें इस तरह के रेस्पांस की कतई उम्मीद नहीं थी। लेकिन जिस तरह से यहां के लोगों ने उनकी किताबों को हाथों हाथ लिया है। वह अपने आप में बड़ी बात है। कुछ ऐसा ही कहना है डिवाइन स्पार्क नई दिल्ली से आए आर राजाराम और संत निरंकारी मिशन के बिन्द्रा प्रसाद का भी है.

मोक्ष और ध्यान की खोज
आध्यात्म से जुड़ी पुस्तकों को लेने के लिए मची होड़ का आलम इसी से समझा जा सकता है कि किताब को हाथ में उठाते और देखते ही लोग उसमें डूबे हुए से लगते हैं। आध्यात्मिक गुरुओं के संदेश और उनकी कही गई बातों को पढ़कर हर कोई वाह-वाह कर रहा है। यहां किसी को मोक्ष के बारे में जानने की लालसा है तो कोई ईश्वर को पाने का सीक्रेट जानने की आस में ख्ंिाचा चला आया है। किसी को योग से मतलब है तो कोई सादा जीवन उच्च विचार और ध्यान के मंत्र सीख रहा है. 

इन किताबों की है demand
यहां लगी आध्यात्मिक पुस्तकों की सिरीज में संभोग से समाधि की ओर, मैं मृत्यु सिखाता हूं, गीता दर्शन, कृष्ण स्मृति, द बुक आफ सीक्रेट, द सीक्रेट ऑफ सीक्रेट, वेदांता सेवन स्टेप टू समाधि, अष्टावक्र महागीता, नारद भक्ति सूत्र, भक्ति का रहस्य, जीवन दर्शन, जीवन का रहस्य, डेली थाट्स लवली प्लाट्स, द मिशन आफ लाइफ, रीप एक्सीलेंस रीच एक्सीलेंस, तुम ही हो अपने भविष्य के निर्माता, बीयांड साइकोलॉजी, इत्यादि किताबों की बड़ी डिमांड है। खास बात ये कि इनमें ओशो, स्वामी विवेकानंद समेत कई स्प्रिचुअल गुरु के प्रवचन व उपदेश सीडी व डीवीडी में भी अवेलेबल हैं जिन्हें बुक लवर्स काफी लाइक कर रहे हैं.

मंगाई गई और किताबें 
जितनी डिमांड हिन्दी में लिखी किताबों की है, उतनी ही अंग्रेजी में लिखी बुक्स की भी लोग लेने के लिए उतावले हैं। इसके लिए लोगों को दस रुपए से लेकर हजारों रुपए खर्च करने में कोई गुरेज नहीं है। आयोजक देवराज अरोड़ा कहते हैं कि जिन प्रकाशकों के पास किताबें खत्म हो चुकी हैं। ग्राहकों के लिए आर्डर करके मंगवाई गई हैं।  

ओशो, स्वामी विवेकानंद की ओर रुझान
मेले में आई कटरा की रहने वाली अनुपमा और उनके पति देवेश आध्यात्मिक किताबों को लेने के लिए जमा भीड़ को देखकर खुद को नहीं रोक सके और वे भी झट से पहुंच गए ओशो, स्वामी विवेकानन्द, दलाई लामा, महात्मा बुद्ध, रामकृष्ण परमहंस आदि की पुस्तकों को टटोलने, जानने और समझने के लिए. 

इन्हें तो विश्वास ही नहीं था
आध्यात्मिक किताबों के प्रति लोगों का रुझान देखकर उत्साहित बनारस के ओशो मंदाकिनी आश्रम से आए स्वामी आनन्द देव जी कहते हैं कि उन्हें इस तरह के रेस्पांस की कतई उम्मीद नहीं थी। लेकिन जिस तरह से यहां के लोगों ने उनकी किताबों को हाथों हाथ लिया है। वह अपने आप में बड़ी बात है। कुछ ऐसा ही कहना है डिवाइन स्पार्क नई दिल्ली से आए आर राजाराम और संत निरंकारी मिशन के बिन्द्रा प्रसाद का भी है।

मोक्ष और ध्यान की खोज
आध्यात्म से जुड़ी पुस्तकों को लेने के लिए मची होड़ का आलम इसी से समझा जा सकता है कि किताब को हाथ में उठाते और देखते ही लोग उसमें डूबे हुए से लगते हैं। आध्यात्मिक गुरुओं के संदेश और उनकी कही गई बातों को पढ़कर हर कोई वाह-वाह कर रहा है। यहां किसी को मोक्ष के बारे में जानने की लालसा है तो कोई ईश्वर को पाने का सीक्रेट जानने की आस में ख्ंिाचा चला आया है। किसी को योग से मतलब है तो कोई सादा जीवन उच्च विचार और ध्यान के मंत्र सीख रहा है. 

इन किताबों की है demand
यहां लगी आध्यात्मिक पुस्तकों की सिरीज में संभोग से समाधि की ओर, मैं मृत्यु सिखाता हूं, गीता दर्शन, कृष्ण स्मृति, द बुक आफ सीक्रेट, द सीक्रेट ऑफ सीक्रेट, वेदांता सेवन स्टेप टू समाधि, अष्टावक्र महागीता, नारद भक्ति सूत्र, भक्ति का रहस्य, जीवन दर्शन, जीवन का रहस्य, डेली थाट्स लवली प्लाट्स, द मिशन आफ लाइफ, रीप एक्सीलेंस रीच एक्सीलेंस, तुम ही हो अपने भविष्य के निर्माता, बीयांड साइकोलॉजी, इत्यादि किताबों की बड़ी डिमांड है। खास बात ये कि इनमें ओशो, स्वामी विवेकानंद समेत कई स्प्रिचुअल गुरु के प्रवचन व उपदेश सीडी व डीवीडी में भी अवेलेबल हैं जिन्हें बुक लवर्स काफी लाइक कर रहे हैं।

मंगाई गई और किताबें 
जितनी डिमांड हिन्दी में लिखी किताबों की है, उतनी ही अंग्रेजी में लिखी बुक्स की भी लोग लेने के लिए उतावले हैं। इसके लिए लोगों को दस रुपए से लेकर हजारों रुपए खर्च करने में कोई गुरेज नहीं है। आयोजक देवराज अरोड़ा कहते हैं कि जिन प्रकाशकों के पास किताबें खत्म हो चुकी हैं। ग्राहकों के लिए आर्डर करके मंगवाई गई हैं।