ऊपरी रैक का ऑफिसर करेगा जांच

एसएसपी के मुताबिक, एसपीओ थाने के कांस्टेबल से लेकर पुलिस ऑफिसर्स के चाल-चलन की रिपोर्ट देंगे। जिसके बाद उच्च अधिकारी आरोप की जांच करेंगे। मसलन सिपाही की जांच थानाध्यक्ष को दी जाएगी, तो थानाध्यक्ष की जांच सीओ को दी जाएगी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी।

तो होगा ट्रांसफर या निलंबन

अगर एसपीओ की रिपोर्ट में किसी पुलिसकर्मी पर गंभीर आरोप लगाया गया, तो जांच पूरी होने तक आरोपी को निलंबित या ट्रांसफर कर दिया जाएगा। जांच में क्लीन चिट मिलने पर उसको दोबारा चार्ज दिया जाएगा। वहीं, जांच में दोष सिद्ध होने पर उन पर सख्त कार्रवाई होगी।

कानून की हद में रहेंगे एसपीओ

एसएसपी के मुताबिक क्राइम पर अंकुश लगाने, पब्लिक का भरोसा जीतने और पुलिस कर्मियों के बर्ताव पर नजर रखने के लिए एसपीओ बनाए गए हैं। वे ईमानदारी से कानून की हद में रहकर काम करेंगे। उनकी रिपोर्ट पर पुलिसकर्मी के आरोप की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, अगर एसपीओ ने झूठी शिकायत की होगी, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।