Meerut: शनिवार की सुबह शहर वासी क्रांति दिवस के गर्व का अहसास के साथ जागे। लेकिन दोपहर होते होते गर्व की जगह दहशत और गम ने ले ली। दो समुदाय के लोग आमने-सामने आए और शहर की शांति को ग्रहण लग गया। शहर की शांत फिजा गोलियों से गूंज उठी और चारों और चीत्कार मच गया। एक के बाद एक शहर भर के बाजार बंद होते गए और लोगों के चेहरों पर दहशत छा गई। आमतौर पर हमेशा भीड़ से भरे रहने वाले बाजार भी पल भर में खाली हो गए और चौराहों पर खाकी के बूट की धमक से गूंज उठे। रात तक शहर में अफवाहों उठती रही और दहशत बढ़ती रही। दुआं कीजिए, रविवार की सुबह कुछ अच्छा और अमन पसंद संदेश लेकर आए।

इन गलियों में नहीं है कानून का खौफ।

दोनों ओर से बरसाए गए पत्थर।

पुलिस के डंडे ने सिखाया सबक।

दंगाइयों को चेतावनी देते एसपी सिटी।

उपद्रवियों ने फूंक दी बाइक।

आईजी के लिए मुश्किल हो गया जवाब देना।

आरएएफ ने संभाला मोर्चा।

हर चेहरे पर देखी गई दहशत।

चलो, हालात संभालते हैं।

मौके पर पहुंचे आला अधिकारी।

दंगाइयों ने तोड़े मीडिया के कैमरे।