स्पोट्र्स इवेंट्स ऑर्गेनाइज नहीं होते
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स से हर साल स्पोट्र्स मद में 100 रुपए लिए जाते हैं, पर इन हजारों स्टूडेंट्स के लिए स्पोट्र्स इवेंट ऑर्गेनाइज नहीं कराए जाते। कॉलेज के ‘ए’ एकाउंट  (इंटरमीडिएट का एकाउंट) में लाखों रुपए जमा रहते हैं पर सिटी के ज्यादातर कॉलेजेज उस पैसे को स्पोट्र्स इवेंट ऑर्गेनाइज करने में यूटिलाइज नहीं कर रहे।


4 से 5 हजार स्टूडेंट्स हर साल दे रहे पैसे
सिटी के बड़े कॉलेजेज में 11वीं और 12वीं में इंटरमीडिएट के कुल स्टूडेंट्स की संख्या 4 से 5 हजार के लगभग है। यानी इन स्टूडेंट्स से हर साल 4-5 लाख रुपए स्पोट्र्स मद में लिए जाते हैं पर ज्यादातर कॉलेजेज इनके लिए स्पोट्र्स इवेंट ऑर्गेनाइज नहीं कराते।


हमारे कॉलेज के साथ मजबूरी है कि हमारे पास ग्राउंड नहीं है। ग्राउंड होने पर स्पोट्र्स इवेंट जरूर ऑर्गेनाइज कराते। स्टूडेंट्स से लिए गए एक करोड़ से ज्यादा रुपए ‘ए’ एकाउंट में जमा हैं।
- डॉ डीपी शुक्ला, प्रिंसिपल वर्कर्स कॉलेज

हमसे पैसे लिए जाने के बाद भी स्पोट्र्स इवेंट्स ऑर्गेनाइज नहीं किए जा रहे। पैसे लेना बंद कर दिया जाए।
- संजय कुमार, स्टूडेंट, इंटरमीडिएट

स्पोट्र्स इवेंट्स के पैसे कहां जाते हैं। इवेंट्स होने चाहिए।
- रुबी, स्टूडेंट

Report by : jamshedpur@inext.co.in

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