i good news
- यूनिवर्सिटी में शुरू होगा स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट
- यूजीसी और मिनिस्ट्री ऑफ यूथ एंड स्पोर्ट्स के ज्वाइंट कोऑर्डिनेशन में हुई पहल
GORAKHPUR: खिलाडि़यों को किस तरह की एक्सरसाइज करनी चाहिए, अगर उनकी मसल्स में खिंचाव आ गया है तो वह कैसे बेहतर होगा? खिलाडि़यों की परफॉर्मेस किस लेवल की है, उसे कितने न्यूट्रीशन की जरूरत है? जैसी खिलाडि़यों की जरुरतों को अब देसी कोच और डॉक्टर्स ही दूर कर लेंगे। खिलाडि़यों की जरुरतों को पूरा करने के इरादे से मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स ने यूजीसी की मदद से ऐसे एक्सपर्ट्स तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके तहत उन्होंने देशभर की यूनिवर्सिटीज से स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट ओपन करने के लिए प्रपोजल मांगा है। जो यूनिवर्सिटीज यूजीसी के नॉर्म्स पर खरी उतरती हैं, उन्हें डिपार्टमेंट स्टैबलिश करने के लिए स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री ग्रांट देगी।
फर्स्ट फेज में चार को मौका
यूजीसी की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन में यह साफ किया गया है कि रिकॉग्नाज्ड यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट या हॉस्पिटल इसके लिए ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) कॉल किया है। इसमें यूनिवर्सिटीज को स्पोर्ट्स साइंस और स्पोर्ट्स मेडिसिन फैकेल्टीज सेटअप करने के लिए स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री ग्रांट मुहैया कराएगी। फर्स्ट फेज में सेशन 2017-18 में यह मौका सिर्फ दो यूनिवर्सिटीज और दो इंस्टीट्यूट या हॉस्पिटल को मिलेगा। अप्लाई करने के लिए लास्ट डेट 31 जुलाई तय की गई है। इसमें यह शर्त है कि ऑनलाइन अप्लीकेशन न भेजकर यूनिवर्सिटीज को कंप्लीट डॉक्युमेंटेशन पोस्ट के जरिए करना है।
होंगे कई फायदे
यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट्स में स्टार्ट होने वाले इन कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले कैंडिडेट्स को काफी फायदा होगा। उन्हें न सिर्फ स्पोर्ट्स से जुड़ा एक सर्टिफिकेट और डिग्री मिल जाएगी, बल्कि अथॉरिटी ऑफ इंडिया और स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूशंस से जुड़कर स्पोर्ट्स पर्सन को ट्रेनिंग, इवैलुएशन के साथ ही खिलाडि़यों को परफॉर्मेस सुधारने के लिए एक्सपर्ट्स टिप्स भी देने का मौका मिलेगा। वहीं इस फैकेल्टी की खास बात यह भी है कि इसमें उन्हें रिसर्च करके स्पोर्ट्स की क्वालिटी को और सुधारने का भी चांस मिलेगा। इससे जुड़ी डीटेल्ड इंफॉर्मेशन स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री की वेबसाइट से हासिल की जा सकती है।
बॉक्स -
पीएचडी के लिए चार को मिलेगी ग्रांट
एक तरफ जहां यूजीसी नए कोर्स स्टार्ट करने की तैयारी में है वहीं इन कोर्सेज में रिसर्च करने वालों को भी तवज्जो दी जाएगी। जितने कोर्स कंडक्ट किए जाएंगे, उन सभी में कुल चार कैंडिडेट्स को रिसर्च का भी मौका मिलेगा। जिसके लिए यूजीसी ग्रांट मुहैया कराएगी। इसकी पहली किस्त मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स देगी। इसकी टाइम लिमिट चार साल तय की गई है।
इन कोर्सेज का है प्रपोजल
स्पोर्ट्स एंथ्रोपोमेट्री
स्पोर्ट्स बयोकेमिस्ट्री
स्पोर्ट्स बयोमेकेनिक्स एंड परफॉर्मेस एनालिसिस
स्पोर्ट्स न्यूट्रीशन
स्पोर्ट्स फिजियोलॉजी
स्पोर्ट्स साइकोलॉजी
स्पोर्ट्स ट्रेनिंग मेथड/फिटनेस मैनेजमेंट
स्पोर्ट्स फिजियोथिरैपी