पढ़ी नहीं गयी है

-तीन माह में भी नहीं बन सका सिगरा स्टेडियम का ग्राउंड

-प्रैक्टिस करने वाले खिलाडि़यों को करना पड़ रहा इंतजार

सिगरा स्थित डॉ। संपूर्णानंद स्टेडियम में आने वाले खिलाडि़यों को अभी भी खेलने के लिए ग्राउंड नहंी मिल रहा है। इसकी वजह से खिलाडि़यों को खेलने और प्रैक्टिस के लिए स्टेडियम से बाहर अन्य खेल मैदान का सहारा लेना पड़ रहा है। पिछले तीन माह से हो रहे ग्राउंड मेंटेनेंस का काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। जबकि इसे ठीक कराने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है। ऐसे में मैदान न मिलने से खिलाड़ी या तो उसी में आधी अधूरी प्रैक्टिस कर रहे है या जुगाड़ से आस पास के अन्य कॉलेज में जाने को मजबूर हो रहे है। अधिकारियों का कहना हैं कि कुछ कारणों से कुछ दिन तक ग्राउंड का काम प्रभावित रहा, जिसकी वजह से काम पूरा नहीं हो सका। हालांकि कि जहां मजदूर काम नहीं कर रहे वहां कुछ खिलाड़ी प्रैक्टिस कर रहे है।

रणजी के लिए तैयार हो रहा मैदान

अधिकारियों की माने तो खेल निदेशालय ने यहां रणजी कराने का प्लान बनाया है। जिसके तहत पूरे स्टेडियम को रेनोवेट किया जा रहा है। इसमें सबसे पहले ग्राउंड को ठीक कराने का काम कराया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के सभी काम को कराने का जिम्मा कार्यदाई संस्था यूपीपीसीएल को दी गई है। लेकिन संस्था का काम संतोषजनक नहीं है। नवंबर से रेनोवेशन कार्य की शुरुआत हुई है, लेकिन अभी तक कही भी 25 फीसदी से ज्यादा काम नहीं हुआ है। जबकि इसके लिए छह माह का समय निर्धारित किया गया है। ऐसे में अगर काम का यही रफ्तार रहा तो अगले तीन माह तक काम पूरा होना मुश्किल है।

ग्राउंड ठीक करने का नहीं है समय

एक्सपर्ट का कहना हैं कि ठंड के मौसम में ग्राउंड बनवाने का फैसला ही गलत है। यह मौसम खेल का होता है न कि ग्राउंड बनाने का। ठंड में मैदान खोदकर बनाने का मतलब है कि उसे सूखने और उस पर घास उगने में लंबा समय लगता है। जो मैदान ठंड में तीन माह में तैयार होते है, वहीं गर्मी के दिनों में एक माह में ही रेडी हो जाते है।

पांच विकेट बनेंगे

रणजी ट्राफी को ध्यान में रखते हुए ग्राउंड में पांच विकेट पिच बनाया जा रहा है। जबकि पहले यहां सिर्फ दो ही पिच थे। अधिकारियों की माने तो सबसे ज्यादा समय पिच बनाने में ही लगता है। पुराने पिचों को तोड़कर फिर से नए सिरे से बनवाया जा रहा है। इस पर घास उगने में काफी समय लग रहा है। अगर खिलाड़ी चहलकदमी करने लगे तो और भी देर लगती है। फिलहाल यहां ग्राउंड लेवलिंग और नाली बनाने का काम चल रहा है।

क्यों हुई देरी

अधिकारियों का कहना हैं कि पिछले दिनों स्टेडियम में चल रहे फुटबॉल टूर्नामेंट की वजह से करीब 15 दिन तक काम प्रभावित रहा है। इसक बाद तीन दिन के लिए क्रिकेट प्रतियोगिता की वजह से भी मैदान का कोई काम नहंी हो पाया। लेकिन अब लगातार काम हो रहा है।

ये खेल हो रहे प्रभावित

-हैंडबॉल

-बॉलीबाल

-फुटबॉल

-हॉकी

-क्रिकेट

-एथलिटिक्स

एक नजर

07

करोड़ का है रेनोवेशन का प्रोजेक्ट

01

नवंबर से शुरु हुआ है ग्राउंड का काम

31

जनवरी तक तैयार करना था ग्राउंड

28

फरवरी तक रखी गई अगली डेडलाइन

विभाग में उनकी तैनाती दिसंबर में हुई है। इससे पहले कैसे काम हुआ वे नहीं जानते, लेकिन अब काम में तेजी लाई गई है। पिछले माह महत्वपूर्ण टूर्नामेंट की वजह से 15 दिन तक काम बंद था। फरवरी तक काम पूरा हो जाएगा।

चंद्रमौली पांडेय, आरएसओ, सिगरा स्टेडियम