-फ्लोरीकल्चर को आर्थिकी से जोड़ने के प्रयास हो: राज्यपाल

आज से दो दिन आम जन के लिए खुला रहेगा राजभवन

- 25 स्कूली बच्चों द्वारा किया गया डाक टिकट संग्रह का होगा प्रदर्शन

DEHRADUN: राजभवन परिसर स्प्रिंग फेस्टिवल-ख्0क्7 के लिए तैयार है। आज से दो दिवसीय बसंतोत्सव के दौरान राजभवन परिसर फूलों की सुगंध से महक उठेगा। इस दौरान राजभवन दो दिन तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा। शुक्रवार को राजभवन परिसर में स्थापित 'एरोमैटिक गार्डन' में ख्0 प्रजाति के सुगंधित पौधे रोपकर राज्यपाल डॉ। केके पॉल ने बसंतोत्सव का आगाज किया। राज्यपाल डॉ। केके पॉल ने कहा कि 'पुष्प प्रदर्शनी' का उद्देश्य केवल पुष्पों का प्रदर्शन नहीं बल्कि फ्लोरीकल्चर को आर्थिकी से जोड़ने के लिए लोगों को अवेयर करना प्रमुख है। बसंतोत्सव का आयोजन लोगों को अपने घरों व आस-पास के क्षेत्रों में फल व सब्जियां उगाने के साथ फूलों को उगाने के लिए भी मददगार साबित होगा। इस अवसर पर शहरी विकास सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम व उद्यान विभाग के अधिकारी उपस्ि1थत रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम भी

स्प्रिंग फेस्टिवल में सांस्कृतिक विभाग की तरफ से राज्यभर के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। आर्मी बैंड व आईटीबीपी की ओर से जूडो-कराटे की भी खास प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी।

यह होगा खास

- सीमित दायरे में पुष्प एवं जैविक सब्जियों की खेती का प्रदर्शन।

-पुष्प उत्पादकों व खरीदारों के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए पहला सम्मेलन।

-चित्रकला प्रतियोगिता में पहली बार बार बालगृह भी होगा शामिल।

-नारी निकेतन के संवासिनियों के तैयार प्रोडक्ट पहली बार होंगे प्रदर्शित।

-थलसेना का खुखरी डांस व आईटीबीपी का आपदा बचाव तकनीक का प्रदर्शन।

-लोहाघाट व पिथौरागढ़ के लोहे के व अल्मोड़ा के तांबे के बर्तनों का प्रदर्शन।

बद्री तुलसी का डाक टिकट

राज्यपाल ने कहा कि शनिवार को डाक तार विभाग का टिकट जारी किया जायेगा। जिस पर उत्तराखंड की विशेष प्रजाति की बद्री तुलसी के चित्र को दर्शाया जाएगा।

इस बार टीएचडीसी, एनएचपीसी भी

पुष्प प्रदर्शनी लोकप्रिय हो, इसके लिए उद्यान, कृषि विभागों के अलावा एफआरआई, जड़ी-बूटी पौध एवं विकास संस्थान गोपेश्वर को आमंत्रित किया गया है। पहली बार टीएचडीसी, एनएचपीसी व प्रोफेशनल बैंकों को भी बुलाया गया है। देव संस्कृति विवि के सहयोग से योगाभ्यास का प्रदर्शन भी होगा।

क्ब्00 हेक्टेयर में फूलों की खेती

उद्यान विभाग ने बताया कि राज्य गठन के समय मात्र क्भ्0 हेक्टेअर में फूलों की खेती होती थी, अब क्ब्00 हेक्टेयर तक विस्तृत हो चुकी है।

मशरूम होगा आकर्षण का केंद्र

बसंतोत्सव में राजभवन उद्यान शाखा व उद्यान विभाग के प्रयासों से राजभवन में लगाये गये विभिन्न प्रकार के फूलों के साथ ही वर्टिकल गार्डन, हर्बल गार्डन, एरोमैटिक गार्डन, स्पाइस गार्डन, मशरूम व ताजे पुष्प, रंगोली, हैंगिंग पॉट्स, स्कूल चिल्ड्रन पेंटिंग प्रतियोगिता, कट फ्लावर्स, लूज फ्लावर प्रबंधन, फूलों पॉटेड प्लांट्स आकर्षण का केंद्र होंगे।