-मेडिकोज ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को ईमेल से दी जानकारी

-कार्रवाई से सीनियर्स में खौफ

sunil.yadav@inext.co.in

LUCKNOW : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के मेडिकोज द्वारा एंटी रैगिंग सेल में शिकायत के बाद केजीएमयू प्रशासन ने छह सीनियर मेडिकोज को सस्पेंड करते हुए जांच बैठा दी थी। दशहत में आए सीनियर अब जूनियर्स को फोन करके कॉल डिटेल डिलीट करने का दबाव डाल रहे हैं। मेडिकोज ने कहा है कि सभी सीनियर्स के नंबरों की कॉल डिटेल मोबाइल कंपनियों से निकाली जाए तो आरोपी सामने आ जाएंगे। मेडिकोज ने खुद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को ईमेल भेजकर इसकी जानकारी दी है।

लगाया था रैगिंग जारी रहने का आरोप

ईमेल में दी गई जानकारी के अनुसार मेडिकोज ने पहली बार आठ अक्टूबर को एंटी रैगिंग सेल में शिकायत भेजकर सीनियर्स द्वारा रैगिंग करने और अश्लील साहित्य को याद करने का दबाव डालने की बात कही थी। इसमें छह सीनियर्स के नाम भी मेडिकोज ने लिखे थे। मामले में जांच करते हुए 15 अक्टूबर को केजीएमयू प्रशासन ने सभी छह आरोपी सीनियर्स को सस्पेंड करते हुए मामले में जांच बैठा दी थी।

खंगाली थी कॉल डिटेल

केजीएमयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएएस कुशवाहा की अगुवाई में पूरी टीम ने हॉस्टल में छापा मारकर बहुत से मेडिकोज की कॉल डिटेल खंगाली थी। जिसमें अन्य बहुत से स्टूडेंट्स के नाम और नंबर सामने गए हैं। इसके कारण अब सीनियर कड़ी कार्रवाई से डर गए हैं।

ले लिया नए सिम

मेडिकोज ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और एंटी रैगिंग हेल्पलाइन को भेजी ईमेल में कहा है कि बहुत से सीनियर्स ने नए डुप्लीकेट सिम ले लिए हैं। रात में कॉल करके वे सभी से कॉल डिटेल और वाट्सएप कॉल को डिलीट करने का दबाव डाल रहे हैं। मेडिकोज ने बताया कि बहुत से मेडिकोज ने डर के कारण डिटेल को डिलीट भी कर दिया है। अब भी बहुत से मेडिकोज के मोबाइल में अश्लील साहित्य मौजूद है। मेडिकोज ने मामले में तुरंत उनके मोबाइल चेक करके कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

लग सकता है जुर्माना

केजीएमयू प्रशासन छह मेडिकोज को सस्पेंड करने के बाद अभी जांच कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक छुट्टियों के कारण रिपोर्ट आने में देरी हुई है। जल्द ही मामले की रिपोर्ट वीसी को सौंपी जाएगी और सभी पर भारी जुर्माना लग सकता है।

कोट--

मामले में कमेटी जांच कर रही है। रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। रैगिंग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रो। आरएएस कुशवाहा, चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू