बलि देने जा रहे पति से जंग लड़ कर पुत्र की बचाई सुरक्षित

पत्‍‌नी की तहरीर पर पति के खिलाफ हमले व नरबलि की रिपोर्ट दर्ज

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KAUSHAMBI (14 Oct): सरायअकिल के इछना गांव में अंधविश्वास से ग्रसित एक बाप करतूत सुन लोग सिहर उठे। वह अपने ही बेटे की बलि देने का फैसला कर बैठा। पुत्र को काटने के लिए वे फावड़ा उठाया ही था कि उसकी पत्‍‌नी पहुंच गई और विरोध करने लगी। विरोध पर उसने पुत्र और पत्‍‌नी दोनों की जम कर पिटाई कर घायल कर दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया।

कौशाम्बी के इछना की घटना

इछना गांव का दशरथ पाल (50) अपने बेटे नितिन (7) की बीमारी से परेशान रहता था। दशरथ की छह संतानें हैं। दशरथ की पत्नी कमला ने बताया कि उसका पति मानसिक तौर से बीमार है। गुरुवार की रात नौ बजे वह उठा और बेटे नितिन को लेकर निकल पड़ा। कमला ने विरोध किया तो उसने नितिन पर फावड़े से हमला कर दिया। विरोध करने पर उसने अपनी बीवी कमला पर भी प्रहार किए। उसके हमले में मां और पुत्र लहूलुहान हो गए। चीख-पुकार सुन कर पहुंचे ग्रामीणों ने दशरथ को पकड़ लिया।

आरोपी कहा, देवी का आदेश

मामले की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने दशरथ को हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक मामले में दशरथ का कहना है कि उसका बेटा नितिन बीमार रहता था। कहा कि देवी मां ने उसे दर्शन दे कर आदेश दिया कि यदि वह बेटे की बलि दे देगा तो वे ठीक हो जाएगा। इसी बात को लेकर वह नितिन की बलि देने जा रहा था। लेकिन, उसकी पत्नी बीच में आ गई। कमला की तहरीर पर उसके खिलाफ जानलेवा हमले और नरबलि की रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज कर ली है। सरायअकिल इंस्पेक्टर दिनेश यादव ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने अपना गुनाह भी कुबूल कर लिया है।