निगेटिव किरदार के सपने व सच्ची लगन से पाई रावण की भूमिका
श्री श्री बाल रामलीला कमेटी सिविल लाइंस के 39 वर्षो की टूटी परंपरा
परीक्षाओं की तैयारी करने वाले रुस्तम अली निभाएंगे रावण का किरदार
ALLAHABAD: निगेटिव किरदार करना भी किसी का सपना हो सकता है, यह सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लगता है लेकिन बात जब कुशल सेनापति, राजनीतिज्ञ व बलशाली रावण जैसे किरदार की हो तो उसकी बात ही कुछ और होती है। इतना ही नहीं, अगर यह रावण की भूमिका मंच पर कोई मुस्लिम युवक निभाए तो सद्भाव की उससे अच्छी मिसाल और कुछ हो ही नहीं सकती है। पढ़ाई के साथ निगेटिव किरदार निभाने का सपना देखने वाले रुस्तम अली का अब न केवल हसरत पूरी होने जा रही है, बल्कि सिविल लाइंस की रामलीला के 39 वर्षो के इतिहास में पहली बार रावण की भूमिका के लिए किसी मुस्लिम युवक का चयन भी किया गया है।
वर्षो की मेहनत लाई रंग
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 2015 में अंग्रेजी साहित्य से पोस्ट ग्रेजुएट करने वाले 30 वर्षीय रुस्तम अली ने पांच वर्ष पूर्व नाट्य संस्था समानांतर के जरिए रंगकर्म की दुनिया कदम रखा। वर्ष 2011 से उन्होंने रामलीला में निगेटिव किरदार करने के लिए खासतौर से रावण से संबंधित वीडियो देखना शुरू किया। यू-ट्यूब पर रावण की संवाद शैली, ज्ञान, पराक्रम, प्रभु श्रीराम से युद्ध व सीता हरण जैसे प्रसंगों को अपने मोबाइल पर देखकर उसके महत्व को समझा। जिसके बाद इस बार श्री श्री बाल रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों के सामने आडिशन दिया था।
परिजनों ने किया फुल सपोर्ट
मुस्लिम होकर रावण की भूमिका के लिए जब रुस्तम अली का चयन किया गया तो उन्होंने सबसे पहले इसकी सूचना बड़े भाई रमजान अली व मौलवी पिता मो। नसीर को दी तो विरोध न करके परिजनों ने उनका फुल सपोर्ट किया। रुस्तम अली ने बताया कि जब पिता व भाई को अपना सपना साकार होने की जानकारी दी तो उन लोगों का कहना था कि यह बहुत ही चुनौती वाली भूमिका मिली है। लेकिन तुम्हारा यू-ट्यूब पर रामलीला देखना मुश्किलों को आसान कर देगा। गंगा जमुनी तहजीब वाले इस शहर में हिन्दू हों या मुस्लिम, दोनो हीं एक-दूसरे के त्योहारों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं। यह बात बाल रामलीला कमेटी सिविल लाइंस ने 39 वर्षो के इतिहास में पहली बार किसी मुस्लिम को रावण का रोल देकर साबित कर दिया।
रुस्तम की शिक्षा पर एक नजर
जौनपुर के बरसठी निवासी रुस्तम अली ने वर्ष 2004 में पास किया हाईस्कूल
वर्ष 2006 में आदमपुर इंटर कॉलेज से पास की इंटर की परीक्षा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वर्ष 2009 में उन्होंने ग्रेजुएट की
वर्ष 2015 में इसी विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट अंग्रेजी साहित्य से किया
वर्तमान समय में वह बीएड की पढ़ाई कर रहे हैं।
रंगमंच की दुनिया में सक्रिय होने के बाद से ही निगेटिव किरदार को निभाने का सपना था। वह अब सपना अब जा कर साकार होने वाला है। रावण के लिए चयन किया गया तो बहुत खुशी हुई। क्योंकि कई वर्षो से रावण का अभिनय यू-टूयब पर देखता रहा हूं। जिसका अनुभव रामलीला के अभिनय में मेरी मुश्किलों को आसान करेगा।
रुस्तम अली, प्रतियोगी छात्र व रंगकर्मी