ये वाकया तब हुआ जब श्रीलंका की ए टीम पिछले महीने वेस्टइंडीज़ के दौरे से वापस लौट रही थी. रंबुकवेला उस टीम के सदस्य थे और उन्होंने सेंट लूसिया से लंदन की उड़ान के दौरान ब्रिटिश एयरवेज़ के विमान में दरवाज़े को खींचा.

ग़लती या बेहोशी?

कोलंबो में बीबीसी संवाददाता चार्ल्स हैविलैंड के मुताबिक 21 साल के रमित रंबुकवेला का कहना था कि उन्होंने  ग़लती से केबिन दरवाज़े को शौचालय का दरवाज़ा समझ लिया. रंबुकवेला ने ये जताया कि ये ग़लती इसलिए हुई क्योंकि वह नींद में थे.

लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रंबुकवेला नशे में लग रहे थे और वह लगभग दो मिनट तक ''काफ़ी ज़ोर से दरवाज़ा खींचते रहे'' जब तक कि परिचालकों ने आकर उन्हें शांत नहीं किया.

ब्रिटेन के डेली मेल अख़बार ने ब्रिटिश एयरवेज़ के कर्मचारियों के हवाले से कहा है कि हालांकि उड़ान के दौरान दरवाज़ा खोलना मुमकिन नहीं होता लेकिन एक प्रत्यक्षदर्शी ने उस घटना को ''काफ़ी डराने वाला'' बताया.

विवादास्पद चयन

रमित रंबुकवेला श्रीलंका के एक मंत्री और सरकार के प्रवक्ता केहेलिया रंबुकवेला के बेटे हैं.

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने रंबुकवेला पर दौरे की कुल फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया और उन्हें कड़ी चेतावनी दी.

इस साल मार्च में बांग्लादेश के खिलाफ़ एक ट्वेन्टी-20 मैच के लिए राष्ट्रीय टीम में रमित रंबुकवेला के चयन की श्रीलंकाई मीडिया के कुछ वर्गों में निंदा हुई थी. कहा गया था कि उनका चयन राजनीतिक कारणों से हुआ है.

लेकिन मुख्य चयनकर्ता, पूर्व क्रिकेटर और सांसद सनत जयसूर्या ने इस फ़ैसला का ये कहते हुए बचाव किया था कि टीम में मध्यम क्रम के बल्लेबाज़ और ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ की ज़रूरत के चलते रंबुकवेला को चुना गया.

अंत में रमित रंबुकवेला उस मैच में नहीं खेले थे.

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