-पथरी के ऑपरेशन के दौरान पति ने डॉक्टर से सांठ-गांठ कर किया खेल

BAREILLY :

भुता के मिर्जापुर गांव की एक महिला ने एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पर किडनी निकालने का आरोप लगाकर सनसनी मचा दी है। आरोप है कि 8 जून को पथरी के ऑपरेशन के लिए उसे पति ने भर्ती कराया था। पति ने ही डॉक्टर से सांठ-गांठ कर उसकी किडनी निकलवा दी। डिस्चार्ज होकर जब वह घर पहुंची तो पेट में दर्द होने पर अल्ट्रासाउंड कराया, जिसमें दायें साइड की गायब थी।

छुट्टी कराने के बाद फरार

पीडि़त महिला मेहरून्निशां ने बताया कि शौहर ने उसे छुट्टी कराने के बाद घर पर ससुराल लाकर छोड़ दिया, जिसके बाद से फरार है। घर पर उसकी हालत बिगड़ी तो उसके मायके वाले उसे निजी हॉस्पिटल ले गए और अल्ट्रासाउंड कराया। जहां पर डॉक्टर ने बताया कि बाएं गुर्दा में पथरी है और दायां गुर्दा ही गायब है। इसकी जानकारी होते ही महिला के होश उड़ गए। परिजनों के साथ एसएसपी आफिस पहुंची। महिला की मां कल्लो ने तहरीर देकर मामले में जांच कराने और कार्रवाई की मांग की है।

हॉस्पिटल से पूछी थी भगा दिया गया

पीडि़ता की मां कल्लो का कहना था कि मेहरून्निशां की किडनी उसके शौहर ने हॉस्पिटल की सांठ-गांठ उसकी किडनी निकलवा कर बेच दी। यदि किडनी निकालना जरूरी थ, तो हॉस्पिटल को मेहरून्निशां से भी पूछना चाहिए था। लेकिन हॉस्पिटल ने एक बार भी न पूछा और न इस बात की जानकारी दी। जिससे इस मामले में हॉस्पिटल भी दोषी है। आरोप है जब वह हॉस्पिटल से मामले में इलाज की रिपोर्ट मांगने गई तो उन्हें भगा दिया गया।

बड़ा सवाल, क्यों नहीं निकाली पथरी

-यदि महिला को एसआरएमएस में पथरी के इलाज के लिए भर्ती किया गया था, तो फिर उसका इलाज क्यों नहीं किया गया।

-यदि उसकी दाई तरफ की किडनी इतनी ज्यादा खराब थी कि उसे निकालना जरूरी था, तो डिस्चार्ज करते वक्त महिला को क्यों नहीं बताया गया

-यदि महिला की दाई किडनी खराब हो गई थी, तो उसके साइड इफेक्ट भी पहले से ही दिखते। ऐसे, में महिला को इस बात की भी जानकारी होती।

आफिस में फरियादियों को एसपी ट्रैफिक सुन रहे थे, महिला ने किडनी निकालने का प्रार्थना पत्र दिया है, तो उसको न्याय दिलाया जाएगा।

मुनिराज जी, एसएसपी

महिला का इलाज एसआरएमएस में हुआ है या भी नहीं। यह मुझे पता नहीं है। यह पता करना होगा कि किन परिस्थितियों में महिला आई और गई।

देवमूर्ति, चेयरमैन एसआरएमएस

पहले भी सामने आए थे मामले

वर्ष 2016 में शहर के निजी हॉस्पिटल में 30 वर्षीय नारायणी के परिजनों ने निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर पर प्रसव पीड़ा के दौरान दायीं किडनी निकालने का आरोप लगाया। महिला के परिजनों का आरोप था कि मार्च में वह अपने सातवें बच्चे को जन्म देने के लिए हॉस्पिटल में एडमिट हुई थी। हॉस्पिटल संचालिका डॉक्टर सुषमा अग्निहोत्री ने इस आरोप से इनकार किया था। उन्होंने कहा, 30 मिनट में किसी की किडनी निकाल लेना संभव नहीं है। प्रसव से पहले महिला का अल्ट्रासाउंड भी नहीं हुआ था। जिससे पता लगे कि उसकी दोनों किडनी थीं। पुलिस ने यह केस मुख्य चिकित्सा अधिकारी के हवाले किया है।

रामपुर गार्डन के हॉस्पिटल पर भी आरोप

रामपुर गार्डन स्थित एक निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर पर इलाज के नाम पर लड़की की किडनी चोरी के आरोप लगे थे। मामले की जांच हुई और हॉस्पिटल को क्लीनचिट मिली। हालांकि, तब तक पीडि़ता की मौत हो चुकी थी। महिला खुदागंज शाहजहांपुर की रहने वाली थी।