-हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल से ICU, CCU, इमरजेंसी सेवाएं ठप

-गायनकोलॉजी डिपार्टमेंट में पेशेंट दिखाने को लेकर BHU स्टूडेंट्स के साथ मारपीट के विरोध में शुरू की हड़ताल

-स्टूडेंट्स भी डॉक्टर्स पर कार्रवाई की मांग को लेकर सेंट्रल ऑफिस में दे रहे हैं धरना

VARANASI

मध्यप्रदेश के रीवां शहर का रहने वाला परीक्षित सिंह बघेल (17 साल) का बदन तेज बुखार से तप रहा है। लगभग बेहोशी की स्थिति है। परिजन बच्चे को लेकर एसएस हॉस्पिटल की इमजरेंसी के बाहर लाचार खड़े हैं। लाचार इसलिए कि यहां डॉक्टर्स ने बच्चे को रेजिडेंट डॉक्टर्स के स्ट्राइक के चलते एडमिट करने से इनकार कर दिया है। कुछ इसी तरह के हालात नेवढि़या जौनपुर के 60 वर्षीय बुजुर्ग पारसनाथ मिश्रा के साथ भी हैं। उनकी तबीयत बहुत खराब है। शूगर नॉर्मल लिमिट से काफी ऊपर है। कोमा में जाने की स्थिति है। पर एसएस हॉस्पिटल की इमरजेंसी में उनके लिए जगह नहीं है। कारण एक ही कि रेजिडेंट डॉक्टर्स स्ट्राइक पर हैं। ऐसे एक दो नहीं सैकड़ों की संख्या में लोग एसएस हॉस्पिटल की इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं पर उन्हें वहां निराशा ही हाथ लग रही है। रेजिडेंट डॉक्टर्स की स्ट्राइक के चलते सभी को बैरंग वापस लौटा दिया गया। अब कहां जायें? किसको दिखायें। समझ के परे। बस रोने के सिवाय कोई चारा नहीं.

बहुत से पेशेंट्स लौट गए वापस

बीते सोमवार को पेशेंट दिखाने को लेकर गायनकोलॉजी डिपार्टमेंट के रेजिडेंट डॉक्टर्स व साइंस फैकल्टी के स्टूडेंट्स के बीच हुई मारपीट के बाद सुरक्षा की मांग को लेकर हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर्स देर रात स्ट्राइक पर चले गये। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने इमरजेंसी सर्विस को ठप करा दिया। इमरजेंसी में डॉक्टर बैठे थे पर रेजिडेंट्स के अभाव में वे पेशेंट्स को एडमिट नहीं कर रहे थे। दो चार इंर्टन्स इमरजेंसी में आ रहे पेशेंट्स को प्राथमिक उपचार देकर वापस कर दे रहीं थीं। दूर-दराज से आये पेशेंट्स डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते दूसरे प्राइवेट हॉस्पिटल्स में जाने को मजबूर हुए। आईसीयू और सीसीयू में भी स्ट्राइक का असर दिखा। इसके चलते सीसीयू और आईसीयू में नये पेशेंट्स को लेने से लगातार इनकार किया गया। कई गंभीर मरीज भगवान भरोसे अपने वॉर्ड में ही इलाज को मजबूर हुए। ओपीडी में बैठने वाले सीनियर डॉक्टर्स आज अकेले ही पेशेंट्स से जूझते नजर आये। एक भी रेजिडेंट उनका साथ देने नहीं आया। इसके चलते पेशेंट्स की लंबी लाइन लगी। ओपीडी में डॉक्टर के यहां लंबी भीड़ देख बहुत से पेशेंट्स तो बिना डॉक्टर से मिले ही वापस हो गये। शाम को रेजिडेंट डॉ। मीत मनारे की तहरीर पर साइंस फैकेल्टी के एक स्टूडेंट के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया।

सेंट्रल ऑफिस में दिया धरना

वहीं दूसरी तरफ साइंस फैकल्टी के स्टूडेंट्स भी मारपीट के आरोपी डॉक्टर्स पर कार्रवाई की मांग को लेकर सेंट्रल ऑफिस में धरना देना शुरू कर दिया। खास बात यह रही कि प्रदर्शन में साइंस फैकल्टी के स्टूडेंट्स के साथ आ‌र्ट्स, सोशल साइंस व एसवीडीवी के स्टूडेंट्स भी लामबंद दिखे। सेंट्रल ऑफिस कैंपस के मेन गेट पर सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स का जुटान हुआ। स्टूडेंट्स की भीड़ ने मेन गेट तोड़ने का भी प्रयास किया। इसी बीच कुछ स्टूडेंट्स ऑफिस बिल्डिंग के चैनल गेट के बाहर धरने पर बैठ गये। उन्होंने सेंट्रल ऑफिस मेन गेट पर बेकार के पड़े सामानों में आग लगा दी। उनकी मांग आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर्स पर कार्रवाई की थी। मौके पर पुलिस के साथ प्रॉक्टोरियल बोर्ड के जवान तैनात थे।

कोई भी मानने को तैयार नहीं

बीएचयू एडमिनिस्ट्रेशन डॉक्टर्स से स्ट्राइक खत्म करने की लगातार अपील कर रहा है। धरना दे रहे स्टूडेंट्स से भी अधिकारियों की बातचीत लगातार जारी रही। पर कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं हुआ। इधर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अपने किसी भी साथी पर कार्रवाई की स्थिति में स्ट्राइक को और भी बढ़ाने की धमकी दी है। उनका कहना है कि लेबर रूम में जाकर फीमेल डॉक्टर्स से मिसबिहेव को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

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काम पर लौटने की अपील

वहीं एसएस हॉस्पिटल बीएचयू के एमएस डॉ। ओपी उपाध्याय ने हड़ताली रेजिडेंट डॉक्टर्स से काम पर लौट आने की अपील की है। एमएस ऑफिस से लेटर जारी कर उन्होंने रेजिडेंट्स की मांग के अनुसार लेबर रूम में हुई घटना में शामिल आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराने, अतिरिक्त 36 सिक्योरिटी गार्ड उपलब्ध कराने व लेबर रूम, सीसीयू आदि जगहों पर बायोमीट्रिक डोर सिस्टम इंस्टाल किये जाने के बाबत जानकारी दी है।

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MS के घर पर हमला

सोमवार की रात में कुछ उपद्रवी तत्वों ने एमएस डॉ। ओपी उपाध्याय के घर पर हमला कर दिया। वहां उन्होंने एमएस की पर्सनल कार को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। सीसी कैमरे में उनकी तस्वीरें कैद हुई हैं। सुरक्षा एजेंसियां कैमरे में दिख रहे लोगों की पहचान करने में जुटी हैं। कैमरे में हमलावर छह की संख्या में दिख रहे हैं।

हॉस्पिटल एट अ ग्लांस

कुल ओपीडी पर्चो की बिक्री - फ्,ख्8भ्

कुल पेशेंट्स का रजिस्ट्रेशन- फ्,म्क्7

हॉस्पिटल में पेशेंट्स हुए एडमिट -87

डिस्चार्ज पेशेंट्स की संख्या- क्ख्9

कुल हुए ऑपरेशन- भ्7