- सही जवाब तो चार ऑप्शन में भी नहीं था

- राजस्व निरीक्षक की परीक्षा में शामिल हुए 17 हजार 995 कैंडिडेट्स

- 50 केंद्रों पर हुआ एग्जाम

<- सही जवाब तो चार ऑप्शन में भी नहीं था

- राजस्व निरीक्षक की परीक्षा में शामिल हुए क्7 हजार 99भ् कैंडिडेट्स

- भ्0 केंद्रों पर हुआ एग्जाम

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश सर्विस कमीशन की ओर से पूरी तैयारी के साथ रविवार को राजस्व निरीक्षक का एग्जाम कंडक्ट कराया गया। दो पालियों में एग्जाम कराया गया, लेकिन सेकेंड पाली के पेपर में आए दो दो सवालों ने पूरी तैयारी पर ही सवाल उठा दिया। क्योंकि सेकेंड पेपर में दो क्वेश्चन ऐसे थे जिनके जवाब का कोई भी आप्शन सही नहीं था।

ब्09 तो था ही नहीं

सेकेंड पाली के एग्जाम में क्क्भ् नंबर के सीरियल पर एक क्वेश्चन था, जिसमें कहा गया था कि क्क्, ख्फ्, ब्8, 99, ख्0ख्, ? को पूर्ण कीजिए। ऑप्शन में ख्म्8, ब्07, फ्म्8, और ब्0भ् था। कैंडिडेट्स ने जब इसे सॉल्व किया और अननोन नंबर को हासिल करने का प्रयास किया तो ऐसा अंक सामने आया जो आप्ॅशन में ही नहीं था और वो अंक था ब्09.

मंगल पांडेय तो फ्ब्वीं इंफैण्ट्री के सिपाही थे

सेकेंड टर्म के ही पेपर में एक और क्वेश्चन आया जिसने कैंडिडेट्स को परेशान किया और गलत आंसर लिखने को मजबूर किया। और वो क्वेश्चन था मंगल पांडेय किस इंफेण्ट्री के सिपाही थे ऑप्शन में लिखा था क्9वीं नेटिव इंफेण्ट्री, ख्भ्वीं नेटिव इंफेण्ट्री, ब्9वीं नेटिव इंफेण्ट्री, 9ब्वीं नेटिव इंफेण्ट्री लेकिन ऑप्शन में सही जवाब नहीं था। क्योंकि मंगल पांडेय फ्ब्वीं इंफैण्ट्री के सिपाही थे। जबकि ऑप्शन में फ्ब्वीं इंफेण्ट्री लिखा ही नहीं था।

इलाहाबाद में म्ब्.7म् परसेंट ने दिया एग्जाम

इलाहाबाद में आर्गनाइज राजस्व निरीक्षक के एग्जाम को लेकर कैंडिडेट्स में जबर्दस्त उत्साह रहा। ख्ब् हजार कैंडिडेट्स को एग्जाम के लिए कॉल किया गया था। जिसमें से क्7 हजार 99भ् कैंडिडेट्स शामिल हुए। जिसका परसेंटेज म्ब्.7म् रहा। भ्0 सेंटर पर आर्गनाइज एग्जाम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। म्00भ् कैंडिडेट्स ने एग्जाम छोड़ दिया।

ख्भ् डिस्ट्रिक्ट में भ्8.87 परसेंट कैंडिडेट्स हुए शामिल

राजस्व निरीक्षक का एग्जाम केवल इलाहाबाद में नहीं बल्कि ख्भ् जिलों के क्फ्0ब् सेंटर पर आर्गनाइज किया गया। जिसमें शामिल होने के लिए कुल छह लाख भ्भ् हजार कैंडिडेट्स को कॉल किया गया था। लेकिन एग्जाम में केवल तीन लाख 8भ् हजार 7फ्फ् कैंडिडेट्स शामिल हुए। टोटल परसेंटेज भ्8.87 रहा।

कैंडिडेट्स बोले

वैसे दो पालियों के पेपर बेहतर थे। जीके के साथ ही रिजनिंग और मैथ के क्वेश्चन का बेहतर समावेश था। लेकिन दो क्वेश्चन ऐसे थे, जिनके ऑप्शन ही गलत थे।

ज्ञान प्रकाश, लखनऊ

आयोग की ओर से जितने भी क्वेश्चन दिए गए थे, उसमें से दो क्वेश्चन गलत थे। जिससे आयोग को सबक लेनी चाहिए। ताकि इस तरह की गल्ती दुबारा न हो।

आलोक कुमार सिंह, बलिया

पेपर ज्यादा टफ नहीं था। बहुत बेहतर तरीके से क्वेश्चन तैयार किया गया था। सभी तरह के क्वेश्चन का बेहतर समावेश रहा।

संजय कुमार, बलिया

एक क्वेश्चन था कि मंगल पांडेय किस इंफेंट्री के जवान थे? लेकिन इस प्रश्न का जवाब ऑप्शन में भी नहीं था। ऑप्शन में जो जवाब थे, सही जवाब उससे अलग था।

संजय यादव, वाराणसी