एसएसपी की समीक्षा में खुल रही पोल

अल्टीमेटम का नहीं हो रहा कोई असर

GORAKHPUR: जिले के थानों पर तैनात थानेदार कोई काम नहीं कर रहे हैं। यह हम नहीं कर रहे, बल्कि एसएसपी की क्राइम मीटिंग में बड़े साहब की पोल खुल रही। हद तो इस बात की हो गई है कि एसएसपी के अल्टीमेटम के बावजूद थानेदारों की कान पर जूं नहीं रेंगती। तीन माह पूर्व जिले में कार्यभार संभालने के बाद एसएसपी ने पहली मीटिंग में कामकाज सुधारने की हिदायत दी थी। लेकिन एसएसपी के निर्देश का थानेदारों पर बेअसर नजर आ रहा। एसएसपी का कहना है कि लापरवाही पाए जाने पर सुधार के लिए निर्देश ि1दए गए हैं।

हर माह होती क्राइम मीटिंग, जिले में बदला स्वरूप

हर जिले में पुलिस की क्राइम मीटिंग का नियम है। हर माह एक निश्चित तारीख पर सभी थाना प्रभारियों, एसपी, सीओ और अन्य शाखा प्रभारियों संग जिला पुलिस प्रमुख क्राइम मीटिंग करते हैं। इस दौरान महीने भर के कामकाज की समीक्षा करते हुए पेडिंग वर्क को निस्तारित करने, थाना क्षेत्रों में पाए जाने वाली गड़बडि़यों को दुरुस्त करने सहित कई दिशा-निर्देश एसएसपी जारी करते हैं। माना जाता है कि क्राइम मीटिंग के बाद किसी न किसी की थानेदारी छिननी तय है। लेकिन एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता ने जिले में क्राइम मीटिंग का तौर-तरीका बदल दिया है। नई व्यवस्था के तहत वह दो-दो सर्किल की समीक्षा करते हैं। दो सर्किल के सीओ, एसओ सहित अन्य शाखा प्रभारियों को बुलाकर हर पहलू पर जानकारी लेते हैं। पिछले दो दिनों से एसएसपी क्राइम मीटिंग कर रहे हैं जिसमें थानेदारों के नाकामी की जमकर पोल खुल रही। मीटिंग में पता लगा है कि थानेदार कोई काम करने के बजाय सिर्फ नाम के बड़े साहब बने हुए हैं।

इनकी मिली कमी तो लगी फटकार

थाना तिवारीपुर-आ‌र्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर एक्ट और 34 पुलिस एक्ट की कार्रवाई में फिसड्डी रहे हैं।

थाना कोतवाली-गुंडा एक्ट, रासुका और 110 सीआरपीसी की कार्रवाई में संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई।

थाना राजघाट-बीते साल की तुलना में गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर, आबकारी अधिनियमों में प्रभावी काम नहीं हुआ।

थाना कैंपियरगंज-एनडीपीएस एक्ट और गुंडा एक्ट में कोई प्रभावी कार्रवाई एसओ नहीं किया।

थाना सहजनवां-गैंगेस्टर एक्ट, आबकारी अधिनियम में भारी लापरवाही सामने आई।

थाना बांसगांव-चोरी गए वाहनों की बरामदगी का स्तर संतोषजनक नहीं मिला। अभियुक्तों की गिरफ्तारी, माल बरामदगी में लापरवाही

थाना गगहा- गुंडा और गैंगेस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई की उपेक्षा, सेंधमारी की घटनाओं का पर्दाफाश नहीं कर पाए।

थाना बेलीपार- सड़क दुर्घटनाओं की तादाद सबसे अधिक, वाहन चोरी की घटनाओं को एसओ गंभीरता से नहीं ले रहे। वाहनों की बरामदगी में ढिलाई।