- क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने लॉन्च किया नया सॉफ्टवेयर

आगरा। क्राइम मीटिंग में गुरुवार को एसएसपी अमित पाठक ने अधीनस्थों के पेंच कसे। भ्रष्टाचार पर सीधे कार्रवाई की चेतावनी दी। साथ ही जिले के सभी थानों के लिए आर्डर बुक मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर लॉन्च किया। इससे अब आम लोगों को थाने के चक्कर नहीं लगाने होंगे। एक क्लिक पर पूरी जानकारी फरियादी को मिल सकेगी।

थानों पर न हो भ्रष्ट आचरण

क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने कहा कि यदि थाने पर भ्रष्टाचार पाया गया, तो बिना जांच सीधे कार्रवाई तय है। हाल ही में कई मामलों में पुलिसकर्मियों पर सीधे तौर पर मुकदमे दर्ज किए हैं। जिसमें में आशा ज्योति केंद्र प्रभारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके अलावा सिपाहियों के खिलाफ भी वसूली के मामलों मे मुकदमें दर्ज हुए हैं।

पुलिस बने व्यवहार कुशल

सभी थाना क्षेत्रों को निर्देशित किया गया है कि पब्लिक के प्रति अपने स्वभाव को बदलें। थाने पर आने वाला पीडि़त पहले से परेशान होता है। इसके बाद वह पुलिस के स्वभाव को देख कर और परेशान हो जाता है। पुलिस कप्तान के खास निर्देश हैं पुलिस पीडि़तों के प्रति अपने स्वभाव को सरल करे। किसी से कोई भी अभद्रता न होने पाए।

तकनीकि को सीखे पुलिस

थानों के कम्प्यूटर पर आर्डर बुक मैनेजमेंट सिस्टम इंस्टॉल किया गया है। मीटिंग में निर्देशित किया गया सभी थाना प्रभारी तकनीकि के बारे में समय निकाल कर सॉफ्टवेयर के बारे में सीखें। सर्विलांस, साइबर आदि के बारे में सीखें। इस तरह पुलिस तकनीकि रूप से भी मजबूत होगी।

समाधान दिवस में भी नहीं आ पाते लोग

थानों में समाधान दिवस हर शनिवार को लगता है। लेकिन इसके बाद भी लोगों की संख्या में कमी नहीं आ पा रही है। कई शिकायतों में पाया गया कि मामला दूसरे विभागों का है। शिकायत आने पर उसे दूसरे विभाग भेजा जाता है, लेकिन वहां से भी वह निराश होता है। लेकिन अब पुलिस सम्बंधित विभाग से बात करेगी। चूंकि कार्रवाई उक्त विभाग से सम्बंधित अधिकारी के सामने होनी होती है। सॉफ्टवेयर पर शिकायत फीड होने के बाद पुलिस की तरफ से सम्बंधित विभाग से सम्पर्क किया जाएगा।

एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी

शिकायत करने के बाद अब तक लोगों को पता नहीं चलता था कि उनका प्रार्थना-पत्र कहां है, लेकिन अब आर्डर बुक मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर आने के बाद आवेदन का स्टेटस मिल सकेगा। इंवेस्टीगेशन ऑफिसर की भी जानकारी मिल सकेगी। एसपी सिटी कुंवर अनुपम सिंह के मुताबिक शिकायत के बाद निस्तारण के लिए पांच दिन का समय दिया गया है। पांच दिन में समस्या का समाधान होना ही होना है। पांच दिन के बाद शिकायत पर यलो कलर कोड हो जाएगा और सात दिन के बाद रेड। इसके बाद सम्बंधित जांचकर्ता के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित है।