-मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा में हर तरफ फैला है दलालों का जाल

आई नेक्स्ट की रिएलिटी चेक में हुआ खुलासा हर ओपीडी में सक्रिय है दलाल

-बाहर से जांच कराने और दवा दिलाने के नाम पर कर रहे मरीजों का शोषण

lalit.pandey@inext.co.in

VARANASI

एसएसपीजी मंडलीय हॉस्पिटल कबीरचौरा में सरकार की ओर से प्रदान की गयीं ढेरों सुविधाएं हैं लेकिन इसका फायदा आम आदमी को नहीं मिल रहा है। क्योंकि इस अस्पातल को धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर की मिलीभगत से दलाल चला रहे हैं। यहां दलाल तय करते हैं कि मरीज की जांच कहां होगी, उसे कौन सी दवा दी जाएगी, उसे कहां और कितने दिन एडमिट करना है। इन सबके बदले मोटी रकम वसूलते हैं जिसके कई हिस्से होते हैं। इस पूरे खेल का खुलासा आई नेक्स्ट की रिएलिटी चेक में हुआ। रिपोर्टर ने जो देखा उसने हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के 'दलाल मुक्त अस्पताल' दावे की पोल खोल दी।

दलाल तय करते हैं जांच और दवा

दिन-सोमवार

समय-दोपहर क्ख् बजकर ख्0 मिनट

स्थान-मंडलीय हॉस्पिटल न्यू

बिल्डिंग की फिजिशियन ओपीडी अंदर-बाहर दो दर्जन से अधिक मरीज और तीमारदार मौजूद हैं। डॉक्टर साहब मरीजों को बारी-बारी चेक कर रहे हैं। एक सादे कागज पर दवाएं भी लिख रहे हैं। लेकिन दवाओं की पर्ची मरीज नहीं बल्कि एक मेडिकल स्टोर द्वारा हॉस्पिटल में छोड़ा गया दलाल थाम रहा है। वह मरीज को अपने मेडिकल स्टोर पर ले जाकर मनमाने दाम पर दवाएं दे दिला रहा है। पिछले तीन-चार सालों से यह दलाल हॉस्पिटल में काबिज है। डॉक्टर साहब जानते हुए भी उसे अपने ओपीडी में शरण दिये हुए हैं।

दिन- सोमवार

समय- दोपहर एक बजकर क्भ् मिनट

स्थान- मंडलीय हॉस्पिटल का दस नम्बर ओपीडी

बाहर मरीजों की भारी भीड़ लगी है। एक दलाल मरीजों को जल्दी डॉक्टर को दिखाने का दावा कर रहा है। जो उसके दावा को सच मान रहा है वह उसे लेकर ओपीडी के अंदर दाखिल हो जा रहा है। डॉक्टर से जल्दी मरीज को दिखाकर कुछ जांच और दवाएं लिखवा दे रहा है। इसके बाद मरीज को अस्पताल के बाहर मौजूद जांच केन्द्र ले जाकर जांच करा रहा है और तय दुकान से दवाएं दिला रहा है। मरीज को विदा करने से पहले पूरा काम से रुपये भी ले रहा है। इसके साथ ही दवा की दुकान और जांच केन्द्र से भी उसे कमीशन मिल रहा है।

कैमरा देख भागे दलाल

आई नेक्स्ट टीम ने हॉस्पिटल की कई ओपीडी की जायजा लिया। सभी में लगभग एक जैसा ही नजारा था। दलाल पूरी तरह से सक्रिय रहे। हालांकि टीम को देखकर दलालों में भगदड़ मच गयी। पैथालॉजी की गैलरी में मरीजों के संग बैठे दलाल आई नेक्स्ट के फोटोग्राफर को अपनी तरफ आता देख भाग खड़े हुए। हालांकि उनकी तस्वीर कैमरे में कैद हो गयी। पैथालॉजी के बाहर जांच के लिए बैठे मरीजों से बात की गई तो पता चला कि दलाल उन्हें बाहर से जांच कराने के लिए समझा रहे थे। यहीं नहीं, मरीजों ने एक डॉक्टर का बकायदा नाम लेते हुए कहा कि वह खुद कहते हैं कि बाहर की जांच अच्छी होती है और जल्दी रिपोर्ट मिलती है।

दलाल के जरिए डॉक्टर मांगते है रुपये

डॉक्टर आपरेशन के लिए भी मरीजों से पैसे की डिमांड करते हैं। हालांकि इसकी कई बार शिकायत हेल्थ डिपार्टमेंट के सीनियर ऑफिसर्स से भी की गई है लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। एक सप्ताह पूर्व का ही मामला लीजिए। डॉ। रवि कुमार पर लोहता के इमरान खां ने दलाल के मार्फत हाइड्रोसिल ऑपरेशन के लिए ब्भ् सौ रुपये मांगने का आरोप लगाया है। इसकी लिखित कम्प्लेन पीडि़त इमरान खान ने एसआईसी डॉ। सीपी कश्यप से करते हुए इसकी सूचना डीएम विजय किरण आनंद को मोबाइल पर भी दी थी। यह आरोप सिर्फ एक ही नहीं कई डॉक्टरों पर लग चुका है।

एमआर, दलाल में जकड़ा अस्पताल

मंडलीय हॉस्पिटल में दलाल और मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) की सांठ-गांठ बहुत जबरदस्त है। एक तरफ ओपीडी शुरू होते ही दलाल दिखने लगते हैं तो वहीं एमआर भी ओपीडी के अंदर-बाहर मंडराने लगते हैं। ग्रुप बनाकर जहां एमआर डॉक्टर से बकायदा ओपीडी टाइम में मिलते हैं तो वहीं डॉक्टर के बगल में बैठकर दलाल खुद रजिस्टर पर मरीजों का नंबर भी चढ़ाते हैं।

हॉस्पिटल के चिकित्सक बाहर की दवाएं ज्यादा लिखते हैं। हर डॉक्टर के ओपीडी में एक-दो दलाल सक्रिय है। दोनों मिलकर मरीजों से रुपये कमा रहे हैं।

गणेश दत्त यादव

बड़ी पियरी

दलालों के चंगुल में फंसे मरीजों की ओर से कई बार लिखित कम्पलेन आलाधिकारियों से की गई है लेकिन कार्रवाई अभी तक सिफर साबित हुई है।

शशि चौरसिया, कबीरचौरा

बिना दलाल के अस्पताल में किसी का काम आसानी से नहीं हो सकता। ऑपरेशन के नाम पर दलाल मरीज से तगड़ी रकम वसूल रहे हैं।

अलिशान मंजूर

लल्लापुरा

बाहर की दवाएं अभी भी लिखी जा रही हैं। दलाल कई तरह के तिकड़म लगा कर डॉक्टर को अपने चक्कर में फंसा रखा है। ऐसे में दलालों पर कार्रवाई कहां से होगी।

रोशन सिंह

सिगरा

हां अस्पातल में हैं दलाल

मंडलीय हॉस्पिटल में दलाल सक्रिय हैं। इसे एसआईसी डॉ। सीपी कश्यप भी स्वीकार करते हैं। उनका कहना है कि दलालों के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। एक टीम गठित की जा रही है जो दलालों पर अंकुश लगाएगी। वहीं डॉक्टर पर आरोप के मामले में कहा कि

सर्जन डॉ। रवि कुमार पर लगाए आरोप की जांच एमएस को सौंपी गई है।