-संस्कृत यूनिवर्सिटी में 325 में से सिर्फ 35 ने सेंटर बनाने की दी सहमति

-कैमरा न लगवाने के कारण सेंटर के निर्धारण का प्रॉसेस नहीं हो पा रहा पूरा

VARANASI

सीसी कैमरे की निगरानी में एग्जाम कराने का निर्देश संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में कोरा साबित हो रहा है। यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेज कैमरा लगवाने से कतरा रहे हैं। कैमरा न लगवाने के कारण सेंटर के निर्धारण का प्रॉसेस पूरा नहीं हो पा रहा है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कॉलेजेज से सेंटर बनाने के लिए सहमति पत्र मांगा था। लेकिन अब तक 100 कॉलेज ने ही यूनिवर्सिटी को जवाब भेजा है।

शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं 21 से

महज 35 कॉलेजेज ने ही सेंटर बनाने की स्वीकृति दी है। जबकि एग्जाम कराने के लिए 325 सेंटर्स की जरूरत पड़ेगी। इसे देखते हुए वीसी प्रो। यदुनाथ दुबे ने एग्जाम कंट्रोलर प्रो। राजनाथ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की है। इसमें प्रो। शैलेश कुमार मिश्र व प्रो। रमेश प्रसाद मेंबर बनाए गए हैं। परीक्षा नियंत्रक ने केंद्र निर्धारण समिति की मीटिंग सप्ताह भर में बुलाने का डिसीजन लिया है। इसके अलावा कापी की छपाई के लिए दो अप्रैल को दोपहर तीन बजे क्रय समिति की मीटिंग बुलाई गई है। पूरे देश में एक साथ शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं 21 अप्रैल से प्रस्तावित हैं।

कैंपस में नहीं लगा कैमरा

यूनिवर्सिटी के क्लास रूम में अब तक सीसी कैमरा नहीं लग सका है। इतना ही नहीं आर्थिक संसाधन के अभाव में कैमरे लगने की संभावनाएं भी कम ही हैं। इस प्रकार विश्वविद्यालय खुद मानक नहीं पूरा कर रहा है। और एफिलिएटेड कॉलेजेज को कैमरा लगवाने का निर्देश दे रहा है।

यूनिवर्सिटी में परीक्षा की तैयारी तेज कर दी गई है। इस क्रम में मॉडरेशन का भी कार्य स्टार्ट कर दिया गया है। सेंटर्स के निर्धारण के लिए भी जल्द मीटिंग बुलाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि एग्जाम के डेट में कुछ चेंजेज संभव है।

प्रो। राजनाथ, एग्जाम कंट्रोलर, संस्कृत यूनिवर्सिटी